स्टार मीडिया न्यूज, उमरगांव/भिलाड़ । यह देश का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि गरीबों के खिलाफ अगर एक शिकायत हो जाये तो वो सलाखों के अंदर नजर आता है परंतु जिसके पास पैसा और पावर है वह कानून के शिकंजों से दूर नजर आता है। अब सवाल यह है कि ग्राम पंचायत का काम है कि लोगों की जन सुविधाओं का ख्याल रखना व विकास कार्यों पर ध्यान देना, परन्तु ग्राम पंचायत के भ्रष्ट अधिकारी इन जनहित मुद्दों को दरकिनार करते हुए भ्रष्टाचार की चाशनी में इस कदर डूब चुके हैं कि उन्हें जनता जनार्दन की कोई फिक्र नहीं है। इनके इन्हीं भ्रष्टाचारी रवैये के कारण बिल्डर व भूमाफिया अवैध बिल्डिगें और चाले बनाकर लोगों के जान माल से खिलवाड़ कर रहे हैं। ग्राम पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण भू-माफियाओं की इतनी हिम्मत हो गई है कि वे आदिवासियों की जमीन पर किसी भी प्रकार की कोई अनुमति लिये बगैर अवैध निर्माण कर दिये हैं। अगर कोई इसकी शिकायत वलसाड जिला विकास अधिकारी व उच्च अधिकारियों को करता है तो उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई करना तो दूर अधिकारी उस शिकायत को देखते तक नहीं है। ऐसा ही एक मामला वलसाड जिले के उमरगांव तालुका के भिलाड़ गांव में रहने वाले गरीब और अशिक्षित आदिवासी मजदूरों की है जो 73 ए. ए. की जमीन पर भू-माफियाओं ने गैरकानूनी तरीके कब्जा कर घर बना दिया है। शिकायत कर्ता का कहना है कि कृषि भूमि पर कुछ भू-माफियाओं ने गलत तरीके से सबूत पेश कर आदिवासियों को डरा-धमकाकर उस जमीन पर अतिक्रमण किया है।
शिकायतकर्ता धीरूभाई वाडु ने शिकायत पत्र में कहा है कि भिलाड़ ग्राम पंचायत की सरपंच वैशालीबेन कपिलभाई जाधव(सरपंच पति कपिलभाई भंडारी) तथा भिलाड़ ग्राम पंचायत के तलाटी-मंत्री मुकेशभाई प्रजापति दोंनो साथ मिलकर वर्ष 2020-21 में पंचायत रजिस्टर में नंबर 4097,4098,4099,4100, 4101,4102,4103,4104, 4105 व 4106 के खेती वाली जमीन भू-माफिया के नाम पर घर, मकान व रूम दर्ज किया है। इस मामले में धीरूभाई मोहनभाई वाडू निवासी भिलाड़ इंडियापाड़ा दिनांक 7-01-2023 को जिला विकास अधिकारी सहित उच्चाधिकारियों को शिकायत की है। जबकि इस मामले में अधिकारियों को संज्ञान लेते हुए जांच-पड़ताल कर कार्यवाही करनी चाहिए थी। परंतु दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।