सीए बनने की चाहत रखने वाली लड़की का जीवन अंधकारमय हो जाता है, अगर परिवार अभयम टीम की मदद नहीं लेता
स्टार मीडिया न्यूज, वलसाड। वलसाड जिले के वापी तालुका के पास के एक गाँव से भारतीबेन शाह (बदला हुआ नाम) को 181 अभयम पर फोन किया जाता है कि उनकी 19 वर्षीय बेटी कावेरी (बदला हुआ नाम) को एक अज्ञात परप्रांतीय ने इंस्टाग्राम पर प्रेम जाल में फंसाया है जो उसके साथ जाने की जिद कर रही है। उसका कॉल मिलते ही 181 अभयम की टीम भारतीबेन द्वारा दिए गए पते पर पहुंच गई। जबकि याचिकाकर्ता भारतीबेन के मुताबिक वह आर्थिक रूप से समृद्ध परिवार से ताल्लुक रखती हैं और बच्चों में उसकी एक ही बेटी है, जो कॉलेज के सेकंड ईयर में पढ़ रही है।
छह महीने पहले उसकी दोस्ती एक युवक से इंस्टाग्राम पर हुई और इस दोस्त ने दो महीने बाद उसे प्रेमजाल में फंसा लिया। जब इस बात की जानकारी माता-पिता को हुई तो बेटी कावेरी से पूछताछ की तो बताया कि युवक राकेश (बदला हुआ नाम) काफी समय से दूसरे राज्य से आकर यहां काम करने के लिए दमन में अकेला रह रहा है और फिलहाल कोई काम नहीं कर रहा है। और उसने कावेरी के नाम पर अपने दोस्तों से 5 से 10 हजार रुपये भी वसूला है। इसलिए उन्होंने अपनी बेटी को मनाने की बहुत कोशिश की कि वह ऐसे युवक के झांसे में न आए लेकिन कावेरी नहीं मानी। जब कावेरी ने घरवालों की बात नहीं मानी तो घरवालों ने राकेश को मिलने के लिए बुलाया लेकिन वह नहीं आया। वहीं कावेरी युवक के साथ जाने के लिए जिद करती है। जबकि कावेरी का जीवन अंधकारमय न हो जाए, इसके लिए भारतीबेन ने अपनी बेटी को मनाने के लिए अभयम की मदद लेती है। इस मामले पर अभयम की टीम ने कावेरी की काउंसलिंग की, उसके बाद कावेरी ने बताया कि वह सीए बनना चाहती थी और कैसे वह राकेश के संपर्क में आई। जबकि टीम द्वारा कावेरी को उसके करियर के बारे में सलाह दी गई, उन्हें अच्छी तरह से अध्ययन करने, उच्च डिग्री प्राप्त करने और अच्छी स्थिति में नौकरी पाने के लिए प्रोत्साहित किया गया और किसी अजनबी और अविश्वसनीय व्यक्ति की बातों में फंसकर अपना जीवन खराब न करे और अपने माता-पिता के सपनों को न तोड़े इस तरह से 181 अभयम की टीम द्वारा समझाने पर कावेरी को अपनी गलती का एहसास हो गया है और वह अब से राकेश के साथ कोई व्यवहार नहीं करेगी। वहीं लड़की के माता-पिता ने मुस्कुराते हुए 181 अभय टीम का शुक्रिया अदा किया।