ट्रक में ले जाए जा रहे क्लोरीन केमिकल से भरे ड्रम से रिसाव को लेकर चलाया गया बचाव अभियान,
श्यामजी मिश्रा
वलसाड जिला। वलसाड जिला की औद्योगिक इकाइयों में होने वाली दुर्घटनाओं से उत्पन्न आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन और वलसाड उप निदेशक-औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य तथा जिला संकट समूह द्वारा वलसाड के अतुल में स्थित अतुल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में एक ऑफ-साइट मॉक ड्रिल (रिहर्सल) आयोजित की गई। जिसमें यथार्थवादी परिदृश्य बनाए गए और मार्गदर्शन दिया गया कि क्लोरीन रसायन रिसाव दुर्घटनाओं के दौरान बचाव कार्य कैसे किए जा सकते हैं और रसायन को आसपास के क्षेत्र में आगे फैलने से कैसे रोका जा सकता है।
फैक्ट्री से ट्रांसपोर्टेशन के दौरान ट्रक में भरकर ले जाए जा रहे क्लोरीन केमिकल से भरे ड्रम में लीकेज होने पर कंपनी और अग्निशमन विभाग की अलग-अलग टीमों द्वारा लीकेज पर काबू पाने का प्रयास किया गया। साइट मुख्य नियंत्रक द्वारा एक ऑफ-साइट आपातकाल घोषित किया गया और आपदा नियंत्रण कक्ष को सूचित किया गया। जिन व्यक्तियों को क्लोरीन रिसाव के दौरान सांस लेने में कठिनाई हुई, उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल ले जाया गया। बचाव और निकासी अभियान भी चलाया गया। दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस विभाग ने आवश्यक सड़कों को बंद कर दिया और यथार्थवादी स्थिति बनाई। वहीं अतुल-फायर एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस ग्रुप की मदद से पूरी स्थिति पर नियंत्रण कर लिया।
यह मॉक ड्रिल कारखानों और जिला प्रशासन के सहयोग से कारखानों में उत्पन्न होने वाली आपात स्थितियों से निपटने और उपलब्ध सुविधाओं का उपयोग करके आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए एक अध्ययन के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया गया था। जिला प्रशासन की ओर से इस मॉक ड्रिल में आपदा में सहायता करने वाले सरकारी विभागों की टीम बनाकर मॉक ड्रिल करायी गयी।
इस मॉक ड्रिल में गुजरात आपदा प्रबंधन के प्रतिनिधि बी. एफ. पटेल ने उपस्थित होकर राज्य सरकार के मॉकड्रिल के उद्देश्य को स्पष्ट किया तथा आवश्यक मार्गदर्शन दिया कि आपदा के समय प्रशासनिक तंत्र के विभागों के समन्वय से आपदा को रोका जा सकता है। जिला संकट समूह के सदस्य सचिव एवं उप निदेशक औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य एम.सी. गोहिल ने मॉक ड्रिल खत्म होने के बाद मॉक ड्रिल में शामिल टीम के सदस्यों से मॉक ड्रिल में खामियां बताने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसा दोबारा न हो। संपूर्ण मॉक ड्रिल का अवलोकन आर. एस. आहीर द्वारा किया गया था। वहीं खामियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए खामियों को दूर करने के लिए मोकड्रिल में जिला प्रशासन के आपदा मामलातदार एके मंसूरी, वलसाड पीआई (ग्रामीण) बी. डी. जीतिया, सूचना विभाग टीम, जीपीसीबी के एस.ओ. सी. सी. पटेल, अतुल लिमिटेड के उत्पादन प्रमुख सुमन दत्ता, अन्य गणमान्य व्यक्ति और पदाधिकारी उपस्थित थे। ऑफ साइट इमरजेंसी-मॉक ड्रिल का सफल संचालन एवं समन्वय जिला संकट समूह के सदस्य सचिव एवं उप निदेशक औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के एम.सी. गोहिल एवं उनकी टीम द्वारा किया गया। मॉक ड्रिल के समापन के बाद समीक्षा की गई जिसमें आवश्यक सुझाव दिए गए। संपूर्ण मॉक ड्रिल की ब्रीफिंग ह्रदय देसाई, तथा आभार विधि विनय देसाई ने किया।