सांसद धवलभाई पटेल ने अगली पीढ़ी से योग को वैश्विक स्तर पर फैलाने का किया आह्वान,
सांसद धवलभाई पटेल की अध्यक्षता मनाया गया जिला स्तरीय विश्व योग दिवस समारोह,
श्रीनगर से प्रधानमंत्री और नडाबेट से मुख्यमंत्री के प्रेरक संबोधन का सीधा प्रसारण सभी ने देखा,
विश्व योग दिवस जिला के सभी तालुका स्तरों के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों में भी मनाया गया,
श्यामजी मिश्रा
वलसाड जिला। व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं दीर्घायुष्यं बलं सुखं। आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्॥
व्यायाम से स्वास्थ्य, लम्बी आयु, बल और सुख की प्राप्ति होती है निरोगी होना परम भाग्य है और स्वास्थ्य से अन्य सभी कार्य सिद्ध होते हैं। योग हमारी भारतीय संस्कृति की प्राचीनतम पहचान है। संसार की प्रथम पुस्तकऋग्वेद में कई स्थानों पर यौगिक क्रियाओं के विषय में उल्लेख मिलता है। भगवान शंकर के बाद वैदिक ऋषि-मुनियों से ही योग का प्रारम्भ माना जाता है। बाद में भगवन् श्रीकृष्ण महावीर और बुद्ध ने इसे अपनी तरह से विस्तार दिया। इसके पश्चात महर्षि पतंजली ने इसे सुव्यवस्थित रूप दिया। महर्षि पतंजलि ने कहा है कि मनुष्य का व्यक्तित्व सात चक्रों में बना हुआ है इन चक्रों में अनंत उर्जा सोई हुई है हर चक्र खोला जा सकता है। इस योग के महत्व को अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी ने भलीभांति अनुभव कर किया। प्रधानमंत्री जी के योग के प्रति लगाव और मेहनत का नतीजा है कि आज हम 21जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं। वहीं “स्वयं और समाज के लिए योग” के संदेश के साथ 21 जून को वलसाड-डांग सांसद धवलभाई पटेल की अध्यक्षता में वलसाड के खूबसूरत तीथल समुद्र तट पर स्थित स्वामीनारायण मंदिर के प्रांगण में लगभग 2000 लोगों द्वारा योग, प्राणायाम और ध्यान के साथ 10वां जिला स्तरीय विश्व योग दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान श्रीनगर से प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी और नडाबेट से मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल के प्रेरक सम्बोधन का सीधा प्रसारण उपस्थित सभी लोगों ने देखा।
विश्व योग दिवस पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए वलसाड सांसद धवलभाई पटेल ने कहा कि योग प्राचीन काल से ऋषियों द्वारा हमें दिया गया एक अनमोल उपहार है। योग लगभग पांच हजार वर्षों से किया जा रहा है। लेकिन विश्व स्तर पर इस पर ध्यान नहीं दिया गया। परंतु हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्रभाई मोदी ने वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा और संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया। तब से यानी 21 जून 2015 से हर साल पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाती है।
सांसद धवलभाई पटेल ने बताया कि 21 जून को ही योग दिवस के रूप में इसलिए चुना गया, क्योंकि पूरे साल में 21 जून सबसे बड़ा दिन होता है। सांसद ने योग की पढ़ाई पर अधिक जोर देते हुए कहा कि हर बीमारी का समाधान योग है। योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करके हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। योग हमारी विरासत है जो विरासत और विकास को जोड़ती है। आज के तनावपूर्ण जीवन में योग शारीरिक और मानसिक स्वस्थता विकसित करने का एक उत्कृष्ट साधन बन गया है। स्वयं और समाज को स्वस्थ रखने के लिए योग बहुत फायदेमंद है, इसलिए मैं अगली पीढ़ी से योग को विश्व स्तर पर फैलाने का आह्वान करता हूं। उन्होंने विश्व योग दिवस के सुव्यवस्थित आयोजन के लिए राज्य सरकार के खेल, युवा और सांस्कृतिक गतिविधि विभाग और वलसाड जिला प्रशासन को बधाई दी। फिर मंच से गुजरात राज्य योग बोर्ड की दक्षिण क्षेत्र समन्वयक प्रीतिबेन पांडे, जिला समन्वयक नीलेश कोसिया, योग प्रशिक्षक दक्षा राठौड़ और योग प्रशिक्षक शीतल भानुशाली ने सभी को विभिन्न योग आसन और प्राणायाम करवाया, जो सुबह-सुबह तरोताजा और ऊर्जावान महसूस कर रहे थे।
इस अवसर पर वलसाड विधायक भरतभाई पटेल, जिला कलेक्टर अनुसूया झां, जिला विकास अधिकारी अतिराग चपलोत, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. करणराज वाघेला, प्रोबेशनरी आईएएस प्रसन्नजीत कौर, डीवाईएसपी भार्गव पंड्या, जिला खेल अधिकारी जी.जी. वलवी, जिला युवा विकास अधिकारी हेमाली जोशी और जिला खेल विकास अधिकारी अलकेश पटेल सहित कई गणमान्य व्यक्ति और विभिन्न कार्यालयों के अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस कर्मी, छात्र और नागरिक योग दिवस समारोह में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि विश्व योग दिवस वलसाड जिला के सभी तालुका स्तरों के साथ-साथ प्राथमिक और जन स्वास्थ्य केंद्रों, उप केंद्रों और पुलिस स्टेशनों पर भी मनाया गया।