एसपी ने बिपरजॉय चक्रवात के साथ-साथ कुल 275 लापता बच्चों और वयस्कों के अपहरण और उनका पता लगाने में सराहनीय कार्य किया था:-
वापी के जीआईडीसी के पीआई पटेल ने डूंगरा में रेप और हत्या मामले में महज 19 दिन में 700 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी:-
श्यामजी मिश्रा
वलसाड जिला। राज्य के उच्च पुलिस अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों द्वारा वर्ष 2023 के दौरान किए गए उत्कृष्ट कार्यों को ध्यान में रखते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक व मुख्य पुलिस अधिकारी विकास सहाय द्वारा डिस्क (प्रशस्ति पदक) व प्रशंसा पत्र से वलसाड जिला पुलिस अधीक्षक डॉ करणराज वाघेला व वापी जीआईडीसी पुलिस स्टेशन के पीआई मयूर पटेल को सम्मानित किया गया।
वलसाड जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ. करणराज वाघेला वर्ष 2023 के दौरान भुज में प्रभारी एसपी थे। उस दौरान उन्होंने बिपरजॉय चक्रवात के बाद 50 हजार से अधिक लोगों को निकालकर आश्रय गृहों में पहुंचाने का बड़ा काम किया था। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की गाइड लाइन के अनुसार तूफान के दौरान शून्य जनहानि का लक्ष्य लेकर ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया था। इसके अलावा वलसाड जिला के एसपी के रूप में जिम्मेदारी संभालने के बाद उन्होंने अगस्त से दिसंबर तक पांच महीनों के दौरान अपहरण और लापता हुए 50 बच्चों और 225 वयस्कों का पता लगाने का उत्कृष्ट काम किया। इसके अलावा उनके द्वारा फरार अभियुक्तों की तलाश का भी सराहनीय कार्य किया गया। उनके कार्यकाल में वर्ष 2023 में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस वलसाड जिला में भी मनाया गया। पुलिस महानिदेशक विकास सहाय द्वारा वर्ष 2023 के दौरान उपरोक्त सभी विशेष प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए दिनांक 30 जुलाई 2024 को गांधीनगर में उन्हें डिस्क और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
वलसाड जिला एसपी डाॅ. वाघेला के साथ वापी जीआईडीसी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक मयूर पी. पटेल को भी राज्य के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने डिस्क एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। पीआई मयूरभाई पटेल ने 23 अक्टूबर 2023 को वापी के डूंगरा में दुष्कर्म के साथ हत्या के मामले में उत्कृष्ट कार्य किया था। 6 साल की बच्ची का हत्या किया हुआ शव झाड़ी में मिला था, जिसका फॉरेंसिक पीएम कराने से पता चला कि दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। पीआई मयूर पटेल ने टीम के साथ आरोपी अब्दुल रजाक सुभान खान( उम्र 42, निवासी चीलवील राम की चाल, डुंगरी फलिया, डूंगरा, वापी) को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। पीआई मयूर पटेल ने सभी वैज्ञानिक कोणों से जांच कर एवं सभी साक्ष्य एकत्रित कर मात्र 19 दिनों में 700 पन्नों की चार्जशीट न्यायालय में प्रस्तुत कर सराहनीय कार्य किया। पटेल के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें डीजीपी ने सम्मानित किया।
कमेंडेशन डिस्क का इतिहास क्या है ? यह क्यों दिया जाता है ?
केंद्रीय गृह विभाग द्वारा देश भर में पुलिस बल के जवानों का मनोबल बढ़ाने, उनके सर्वोत्तम प्रदर्शन को चिह्नित करने और उनमें कर्तव्य के प्रति उत्साह बनाए रखने के लिए वर्ष 2020 से राज्य के पुलिस महानिदेशक द्वारा डिस्क (प्रशस्ति पदक) प्रदान किया जाता है। वर्तमान स्थिति के अनुसार, देश भर के 7 राज्यों में पुलिस कर्मियों को उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए डिस्क से सम्मानित किया जाता है। गुजरात राज्य की पुलिस की संख्या 1 लाख कर्मियों की है, जिसमें से 110 पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को डिस्क मेडल के लिए चुना गया है। हर साल पुलिस अधिकारियों द्वारा नामांकन किए जाते हैं, जिनमें से 110 का चयन डीजीपी की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति द्वारा किया जाता है।