महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा हिंदी साहित्यकार पुरस्कृत – मिथिलेश मिश्र
महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा महाराष्ट्र समेत पूरे देश के हिंदी साहित्य एवं हिंदी साहित्य सेवियों के सम्मान में विशिष्ट समारोह का आयोजन किया गया। मुंबई के जयहिंद कॉलेज में आयोजित हिंदी साहित्य अकादमी के इस विशेष कार्यक्रम में हिंदी साहित्य सेवियों को विशिष्ट सेवाओं एवं उत्कृष्ट कृतियों के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष महाराष्ट्र शासन के सांस्कृतिक कार्य मंत्री विनोद तावड़े ,फिल्म सिटी के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री अमरजीत मिश्रा एवं एकेडमी की कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर शीतला प्रसाद दुबे की विशिष्ट उपस्थिति में पुरस्कार समारोह संपन्न हुआ।
दो साहित्यकारों को अखिल भारतीय जीवन गौरव पुरस्कार
* डॉ बलभीम राज गोरे को महाराष्ट्र भारती अखिल भारतीय हिंदी सेवा पुरस्कार
*हस्तीमल हस्ती को डॉक्टर राम मनोहर त्रिपाठी अखिल भारतीय हिंदी सेवा पुरस्कार
8 साहित्यकारों को राज्यस्तरीय जीवन गौरव पुरस्कार
* संजय तिवारी को छत्रपति शिवाजी राष्ट्रीय गौरव एकता पुरस्कार
* सांवरमल सांगानेरिया को साने गुरुजी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
*डॉक्टर करुणा शंकर उपाध्याय को पद्म श्री अनंत गोपाल शेवड़े हिंदी सेवा पुरस्कार
*डॉ सुभाष गोविंद महाले को गजानन माधव मुक्तिबोध मराठी राष्ट्रीय हिंदी लेखक पुरस्कार *कमलेश्वर बक्षी को डॉ उषा मेहता हिंदी सेवा पुरस्कार
*वीरेंद्र याग्निक को कांति लाल जोशी इतर हिंदी भाषी हिंदी लेखक पुरस्कार
* योगेश गौड को वी शांताराम ललित कला हिंदी विशिष्ट पुरस्कार
*शेखर सेन को सुब्रमण्यम भारती हिंदी सेतु विशिष्ट सेवा पुरस्कार
विभिन्न कृतियों के लिए विधा पुरस्कार की श्रेणी में कुल 22 साहित्यकारों को पुरस्कार प्रदान किया गया ।
काव्य विधा में संत नामदेव पुरस्कार
*डॉ कृपाशंकर मिश्र को श्री रामचरित मानस के भरत के लिए स्वर्ण पदक
*संजय शर्मा को लैंप पोस्ट के लिए रजत *नरसिंह बहादुर सिंह को आंखों में नमी कम के लिए रजत
* मंजू तिवारी को अनछुए पल के लिए कांस्य
कहानी विधा में मुंशी प्रेमचंद पुरस्कार
*जितेंद्र भाटिया को यहां से शहर को देखो के लिए स्वर्ण
*ममता सिंह को राग मारवा के लिए रजत
*गुरु प्रसाद शर्मा को एक अभिशप्त हंसी के लिए कांस्य
निबंध विधा में आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार *संजीव निगम को साढ़े मिनट का भाषण के लिए स्वर्ण
* अल्का रागिनी को आत्म निवेदन के लिए कांस्य
समीक्षा विधा के लिए आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार
*डॉ सत्यवती चौबे को आधुनिक गद्य साहित्य के लिए स्वर्ण
*डॉ सतीश यादव को आलोचना का स्वरूप के लिए रजत
*डॉ सुधीर बाघ को समकालीन हिंदी निबंध के लिए कांस्य
अनुवाद विधा में मामा वरेरकर पुरस्कार
*रविन्द्र देवधरे को भारतीय इनकमटैक्स की कहानी के लिए स्वर्ण
*भगवान वैद्य को धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के लिए रजत
*सेवक नैयर को विश्व प्रसिद्ध एकांकी के लिए कांस्य
वैज्ञानिक तकनीकी विधा में होमी जहांगीर भाभा पुरस्कार
*वामनराव राघोवरी को वैज्ञानिक सत्य के लिए कांस्य
नाटक विधा में विष्णुदास भावे पुरस्कार
*सलिल चंद्र मिश्र को कथा महुआ पाढ़ा के लिए स्वर्ण
*विनोद नायक को समृद्धि के लिए कांस्य
जीवन परक साहित्य के लिए काका कालेलकर पुरस्कार
*डॉ रमेश मिलन को सर्वोदयी संत आचार्य विनोवाभावे के लिए रजत
पत्रकारिता कला विधा में बाबूराव विष्णुपराडकर पुरस्कार
*महेंद्र मोदी को स्वप्न चुभे शूल के लिए स्वर्ण
लोकसाहित्य विधा में फणीश्वरनाथ रेणु पुरस्कार
*श्यामलता गुप्ता को उत्तर प्रदेश की श्रेष्ठ लोककलायें के लिए कांस्य
बाल साहित्य विधा में सोहनलाल द्विवेदी पुरस्कार
* डॉ प्रमोद शुक्ल को सुनहरा बचपन के लिए रजत पुरस्कार प्राप्त हुआ।
इस तरह महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा कुल 32 पुरस्कार प्रदान कर हिंदी साहित्य कृतियों के रचनाकारों और हिंदी साहित्य के विकास में योगदान देने वाले विद्वानों का सम्मान किया गया।
अकादमी के अध्यक्ष सांस्कृतिक कार्य मंत्री
विनोद तावड़े जी ने कहा कि साहित्य और साहित्यकार राज आश्रित नहीं बल्कि राज पुरष्कृत होने चाहिए। राज्य मंत्री अमरजीत मिश्र ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है।साहित्य जितना समृद्ध होगा राष्ट्र के नागरिक उतने ही श्रेष्ठ होंगे। अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ शीतला प्रसाद दुबे जी ने कहा कि अकादमी के पास सैकड़ों श्रेष्ठ रचनायें प्राप्त हुईं थीं।इन्हें देखकर लगता है कि हिंदी साहित्य निरंतर समृद्ध हो रहा है।डॉ दुबे जी ने महाराष्ट्र शासन को धन्यवाद दिया जिनके सहयोग से हिंदी साहित्य और साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।