विद्यामंदिर शेरीमाण प्राथमिक स्कूल का 75वां स्थापना दिवस मनाया गया.
धरमपुर . वलसाड जिले के धरमपुर तालुका के शेरीमाण गम में स्थित विद्यामंदिर शेरीमाण प्राथमिक विद्यालय की 75वां स्थापना दिवस मनाया गया. विद्यामंदिर शेरीमाण प्राइमरी स्कूल की स्थापना 01-09-1948 को हुई थी और इस विद्यामंदिर का एक अनूठा इतिहास रहा है. शेरीमाण गाँव के ग्रामीण उस समय “राधाकृष्ण मंदिर” बनाने के लिए उस स्थान पर एकत्रित हुए जहाँ आज विद्यामंदिर शेरीमाण प्राथमिक विद्यालय स्थापित है. लेकिन मंदिर के निर्माण के लिए एकत्र हुए नेताओं में, विशेष रूप से स्वर्गीय उकाभाई मास्टर, कल्याणजी काका, भूलाभाई, जिनाभाई, जेरामभाई, दयाभाई रामभाई, बाबरभाई, लालाभाई, मोतीभाई, भीमजीभाई जैसे शिक्षा के दूरदर्शी लोगों ने इस विचार को सामने रखा कि “अगर हम एक ‘ राधाकृष्ण मंदिर के स्थान पर शिक्षा का विद्यामंदिर बनायें जो यह विद्या मंदिर हमारे पूरे गांव को पावन करेंगी और रोशन करेंगी. माँ सरस्वती घर-घर जाकर विद्या का दीप जलाएंगी”. उसके बाद मंदिर की जगह विद्या मंदिर बनाने की चर्चा शुरू हुई और वहां मौजूद सभी ग्रामीणों ने खुशी-खुशी इसका स्वागत किया.
विद्यामंदिर को बड़ों के दूरदर्शी विचारों के माध्यम से एक अनूठा और गौरवपूर्ण इतिहास मिला है और स्कूल को गौरवान्वित करने वाले शिक्षक और छात्र मिले हैं. विद्या मंदिर अमृत महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर ओंम-हवन के साथ उपस्थित गुरुजनों और विद्यार्थियों को सम्मानित करने का अवसर मिला. यह विद्या मंदिर गर्व से पवित्र भूमि पर धर्मग्रंथ समारोहों के साथ एक नए भवन के साथ स्थापित है, जिसे शुरू में जेरामभाई और उकाभाई के घर पर शुरू किया गया था, जिन्होंने अपने पिता के आदेश का पालन करते हुए स्कूल को 44 गुंठा भूमि दान की थी. उस पवित्र भूमि पर शास्त्रोक्त विधि-विधान के अनुसार नये मकान के साथ विद्यामंदिर गौरवपूर्वक स्थापित है. इसके साथ ही धरमपुर तालुका का पहला #School_Of_Excellence बनाने की शिक्षा विभाग से प्राथमिकता मिली है. विद्या मंदिर के स्थापना दिवस पर सहयोग की भावना से बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. समूह भोजन के साथ ग्रामोत्सव जैसा माहौल बन गया था .