1500 करोड़ रुपये हुए घोटाले को लेकर भाजपा नेता विनोद मिश्रा ने मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच करने की मांग की.
मुंबई. भाजपा नेता विनोद मिश्रा ने मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र लिख कर मामले की जांच और ठेका रद्द करने की मांग की है. मिश्रा ने कहा कि चीफ इंजिनियर (एसडब्ल्यूएम) द्वारा मुंबई में डेब्रिज उठाने, ट्रांसपोर्ट, प्रोसेसिंग और डिस्पोजल के लिए जारी टेंडर में फेरबदल की वजह से बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है. उन्होंने कहा कि बीएमसी ने डेब्रिज मैनेजमेंट के लिए टेंडर निकाला था, जिसमें दो कंपनियों ने भाग लिया. जबकि मनपा में ठेकेदारों और मनपा अधिकारियों के बीच मिलीभगत से मनपा को चूना लगाने का मामला जगजाहिर है. अब एक नया मामला डेब्रिज घोटाले का सामने आया है. ठेकेदारों और मनपा अधिकारियों की मिलीभगत से 1500 करोड़ रूपये का घोटाला होने का आरोप भाजपा ने लगाया है. भाजपा के मनपा नेता रहे विनोद मिश्रा ने मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की जाँच करने की गुहार लगाई है.
भाजपा नेता ने आरोप लगाया है कि मनपा ने जो ठेका दिया है वह तीन से चार गुना ज्यादा दर पर है. उन्होंने घोटाले में शामिल कंपनी की जानकारी देते हुए कहा कि जिस कंपनी ने मनपा का ठेका लिया है, वही कंपनी नागपुर में इसी कार्य के लिए काफी कम दर पर ठेका लिया है. कपंनी पर नागपुर में भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगा है और उसे ब्लैक लिस्टेड की कार्रवाई की जा रही है. इसके बावजूद मनपा अधिकारी मुंबई मनपा का काम देने में तुले हुए है. दोनों ही कंपनियों ने एक दूसरी जगह पर और एक दूसरे नंबर पर रहते हुए दोनों जगहों पर ठेका लेने का काम किया है. टेंडर की दर 1500 रुपये प्रति मीट्रिक टन है, जो कि तय दर से लगभग तीन गुना अधिक है. ठेकेदारों ने मनपा के निश्चित दर से 35 से 40 प्रतिशत अधिक दर पर टेंडर भरा है . इसके बावजूद मनपा अधिकारियों ने ठेकेदार को ठेका देने का काम किया है.