वापी की सुप्रित कंपनी में लगी आग में तीन कामगारों की अधजली लाश मिलने से हड़कंप।
आग की घटना के बाद एक दिन तक घर नहीं पहुंचे मजदूर, परिजनों ने कंपनी प्रबंधन से शिकायत की, हालांकि 3 कर्मचारी लापता होने पर भी कंपनी प्रबंधन चुप रहा।
वापी जीआईडीसी थर्ड फेस स्थित सुप्रित केमिकल्स कंपनी में शुक्रवार सुबह छह बजे से सात बजे के बीच यूनिट-3 में अचानक हुए विस्फोट के बाद आग लग गयी थी। उस दौरान अंदर काम कर रहे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया था। दमकल विभाग को सूचना देने के बाद वे तुरंत मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू कर दिए थे। अंदर केमिकल होने से फोम का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि देर रात तक आग पर काबू पा लिया गया था। इस बीच पता चला कि कंपनी में काम करने वाला कोचरवा का कर्मचारी घर नहीं पहुंचा। कर्मचारी की पत्नी द्वारा कंपनी को इसकी सूचना दी गई उसके बाद जीआईडीसी पुलिस को भी सूचना दी गई कि दो और कर्मचारी अपने-अपने घर नहीं पहुंचे हैं . पुलिस ने देर रात तक तलाशी ली तो कंपनी के तीनों कर्मचारियों के अधजले शव कंपनी में मिले। इसलिए शनिवार को सभी शवों को चला सीएचसी ले जाया गया और मामलातदार की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराने का प्रयास किया गया. वहीं जीआईडीसी पुलिस ने नोटिफाइड डीजीवीसीएल कंपनी को निर्माण स्थल का दौरा करने के लिए सूचित किया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस मामले में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी या नहीं। जबकि कंपनी बीमा राशि का मुआवजा देकर तीनों के परिवार की मदद कर रही है।
देर रात जब आग पर काबू पाया गया तो पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो कर्मचारी मोहम्मद असलम मोहम्मद वहीद उम्र 39 जो मूल निवासी यूपी का है और कोचरवा के विजयभाई के चाली में रहता था। दूसरा राजू लक्ष्मण प्रसाद प्रजापति उम्र 26, मूल निवासी यू.पी. जो करवड़ में अल्पेशभाई की चाली में रहता था। और तीसरा अनिल फोजदारी प्रसाद जायसवाल उम्र 45, मूल निवासी बिहार का जो कोचरवा कोलीवाड़ गंगाभाई की चाल में रहता था, इन तीनों की अधजली लाश कंपनी में बरामद हुई।