वापी की एल. जी. हरिया मल्टीपर्पज स्कूल व डुंगरी की मरोठिया इंग्लिश मीडियम स्कूल के 2 विजेता छात्र राज्य स्तर सेमिनार में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष विज्ञान संगोष्ठियों का आयोजन कर छात्रों की नई वैज्ञानिक प्रतिभा को बढ़ावा देने और उन्हें वैज्ञानिक जागरूकता के साथ विभिन्न विषयों की जानकारी से अवगत कराने का किया जा रहा है।
राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, भारत सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी के लिए “सतत विकास के लिए बुनियादी विज्ञान: चुनौतियां और संभावनाएं” विषय पर जिला स्तरीय प्रतियोगिता जिला विज्ञान केंद्र द्वारा आयोजित की गई थी। इस अवसर पर शिक्षा अधिकारी प्रग्नेश राठौर ने अपने भाषण में छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि और वैज्ञानिक प्रतिभा को बढ़ावा देने तथा विज्ञान के विषय के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए जिला व राज्य स्तर पर आयोजित की जा रही विज्ञान शिक्षा गतिविधियों और प्रतियोगिताओं का जिला विज्ञान केंद्र धरमपुर द्वारा किए जा रहे आयोजन की जानकारी दी। साथ ही यूनेस्को द्वारा वर्ष 2022 का अंतरराष्ट्रीय वर्ष के रूप में घोषित किया है। इस अवसर पर जज के रूप में डॉ. वलसाड शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के डॉ भद्रेश सदाणी और प्रोफेसर राजेश मालन उपस्थित थे। निर्णायकों ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए विद्यार्थियों को उपयोगी सुझाव दिए।
जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी 2022 में वलसाड जिले के 07 विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें आयुषी भानुशाली श्री एल. जी. हरिया मल्टिपर्पज स्कूल वापी व दूसरा पुरस्कार अभिजीत झा मरोठिया इंग्लिश मीडियम स्कूल डूंगरा वापी ने हासिल किया। ये दोनों विजेता राज्य स्तरीय संगोष्ठी में वलसाड जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन गुजरात विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, गांधीनगर द्वारा किया जाएगा।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. इंद्रा वत्स क्यूरेटर द लेडी विल्सन म्यूजियम धरमपुर, डॉ. भद्रेश सुदानी और प्रोफेसर राजेश मालन गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज वलसाड तथा जिला विज्ञान केंद्र धरमपुर के शिक्षा अधिकारी प्रज्ञेश राठौड़ ने सभी भाग लेने वाले छात्रों और विजेताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किए।