ब्रह्म समाज की वार्षिक बैठक संपन्न।
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कार्यक्रम के आयोजक ब्राह्मण शिरोमणि संपूर्णानंद तिवारी और मुकेश तिवारी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि , पहले परिवार उसके बाद समाज होता है। समाज से ही संगठन है । संगठन में ही शक्ति है , संगठन को मजबूत बनाए रखने के लिए बैठक चर्चा आयोजित की गई है। ब्रह्म समाज में बल, बुद्धि और धन की कोई कमी नहीं है , केवल सभी लोग अपना स्वार्थ छोड़ के कुछ प्रतिशत समाज में अपना योगदान दें तो समाज की दशा और दिशा दोनों ही बदल सकती है।
सभी समाज के लोगों में दृढ़ एकता और सहयोगिता के चलते लगभग सभी समाज का अपना सभागृह है ,लेकिन ब्रह्म समाज में कहीं न कहीं ये कमी खलती है। अब ब्रह्म समाज का भी अपना सभागृह होगा ,जिसका समाज के साथ ही अन्य वर्गों के लिए भी बहुत ही उपयोगी साबित होगा।
समाज के अध्यक्ष राकेश त्रिपाठी , ने कहा की समाज के आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को मुख्य धारा में अपने साथ लाने पर ही वास्तव में समाज का उद्धार होगा । ब्राह्मण सदा से ही समाज के सभी वर्गो का हित सोचता और करता आया है। समाज में एकता जरूरी है।
सुभाष तिवारी ,समेत अन्य प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों ने कहा कि ब्रह्म समाज महर्षि जमदग्नि के पुत्र और भगवान विष्णु के छठें अवतार भगवान परशुराम के वंशज हैं, केवल एकता ही समाज और देश का सूत्रधार है। कई लोगों द्वारा समाज को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यह समाज हजारों लाखों वर्षों से सदा सभी वर्गों का मार्गदर्शन करता आया है। सही समय आने पर इस विषय पर भी उचित मार्गदर्शन दिया जाएगा।
बैठक में निर्णय इन सभी कार्यों को गति पूर्वक करने हेतु नए कार्यकारिणी और ट्रस्ट का निर्माण किया जाएगा और समाज के लिए समाज के कमजोर वर्ग के लिए सहयोग दिया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुभाष तिवारी ,मुकेश तिवारी, सीपी शुक्ला, राकेश त्रिपाठी ,राकेश तिवारी संपूर्णानंद तिवारी उपेंद्र पांडे ,अवधनारायण तिवारी ,शैलेश दुबे,पंकज तिवारी ,दयाशंकर मिश्र , नीरज द्विवेदी , राजू मिश्र ,कमलेश तिवारी ,संतोष पाण्डेय, जितेंद्र शुक्ल ,,आशीष शुक्ल ,जशराज पांडे ,पवन दुबे सहित सभी पदाधिकारी और सदस्य गण उपस्थित रहे।