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प्रसव पूर्व तैयारियों के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव बैग उपलब्ध कराकर चणवई पीएचसी ने गांधी जयंती मनाई। 

गांधी आज भी उनके विचारों में जीवित हैं और भविष्य में गांधी जी अधिक से अधिक उपस्थित रहेंगे- चिकित्सा अधिकारी डॉ. राधिका टिक्कु
 वलसाड। गांधी जयंती समारोह के हिस्से के रूप में वलसाड तालुका के चणवई गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में विभिन्न सेवा गतिविधियों के साथ गांधी जयंती मनाई गई, जिसका उद्देश्य नीति आयोग के मातृत्व को स्वस्थ बनाने के सफल उपायों के लिए गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य में सुधार करना है।
इस अवसर पर वलसाड की प्रमुख लेखिका एवं क्रांतिकारी सामाजिक कार्यकर्ता बकुलाबेन घासवाला के अनुदान से प्रसव पूर्व तैयारी के तहत गरीब गर्भवती बहनों को डिलीवरी बैग दिए गए। जिसमें मां के लिए फीडिंग गाउन, बेबी कंबल, बेबी टॉवल, बेबी कपड़े, बेबी चूड़ियां, बेबी काजल, पाउडर और दो जोड़ी अंडरवियर, अजमो, स्लीपिंग पैकेट, साबुन आदि उपयोगी सामान दिया गया।
इसके अलावा सिकल सेल एनीमिया गर्भवती माताओं को पानी की बोतलें और आपातकालीन दवा के डिब्बे भी दिए गए। स्कूल जाने वाली और स्कूल न जाने वाली लड़कियों को खादी की आसन और खादी के कपड़े दान में दिए गए। किशोरों से उनके व्यक्तिगत स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में भी सलाह ली गई।
 इस अवसर पर डॉ. चणवई पीएचसी चिकित्सा अधिकारी राधिकाबेन टिक्कू ने कहा कि गांधी अभी भी उनके विचारों में जीवित हैं और गांधी भविष्य में अधिक से अधिक उपस्थित रहेंगे। गांधी अपने रचनात्मक कार्यों में अधिक प्रमुख हैं। इस संबंध में गांधी जयंती के अवसर पर विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी सेवा कार्य किए गए हैं।
गांधी जयंती समारोह का समापन चणवई प्राइमरी स्कूल की प्राचार्य वनिताबेन की उपस्थिति में गांधी गीतों और प्रार्थनाओं के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी चणवई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा मोतियाबिंद मुक्त परियोजना के साथ गांधी जयंती मनाई गई थी और वार्षिक मोतियाबिंद सर्वेक्षण भी किया गया था।

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