आदि पुरुष फिल्म के टीजर में राम,सीता, हनुमान,रावण के अशोभनीय चित्रण से देशभर में हो रहा विरोध प्रदर्शन, धार्मिक भावनाएं हुईं आहत।
जौनपुर -दीवानी न्यायालय के अधिवक्ताओं ने आदि पुरुष फिल्म के निर्माता ओम रावत अभिनेता प्रभास, सैफ अली खान समेत पांच के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग डीजीपी व एसपी से दरखास्त के जरिए की है । इसके अलावा फिल्म पर बैन लगाने की सेंसर बोर्ड से पत्रक भेजकर मांग की है। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सूचना प्रसारण मंत्रालय को भी ऑनलाइन शिकायती पत्रक भेजा गया है। जबकि सेंसर बोर्ड ,सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन होता है। फिल्म पर बैन लगाने एवं आपत्तिजनक सीन हटाने का अधिकार केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड(सेंसर बोर्ड)को है।
दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव, उपेंद्र विक्रम सिंह, रविप्रकाश पाल,शैलेश मिश्र, मानसिंह, निलेश निषाद,अजय गुप्ता अधिवक्ताओं ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तथा गृहमंत्री को शिकायती पत्रक भेजा है कि 5 अक्टूबर 2022 को फिल्म आदि पुरुष का टीजर रिलीज हुआ जो फिल्म के निर्देशक ओम रावत हैं। अभिनेता प्रभास राम की भूमिका में,अभिनेत्री कृति सेनन सीता की भूमिका में,सैफ अली खान रावण की भूमिका में व देवदत्त गजानन नागे हनुमान की भूमिका में है।
टीजर में भगवान राम एवं सीता को अशोभनीय पोशाक में दिखाया गया है। सैफ अली खान ने वक्तव्य दिया है कि फिल्म के माध्यम से वे रावण के कृत्य को जायज ठहराएंगे। फिल्म में रावण की वेशभूषा अत्यंत अशोभनीय है। हनुमान जी को चमड़े का वस्त्र पहने दिखाया गया है। टीजर में घोषणा की गई कि यह फिल्म महर्षि वाल्मीकि की रामायण पर आधारित है लेकिन वास्तविकता में फिल्म का टीजर देखने पर हम सभी के आस्था पर कुठाराघात हुआ है और धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
जबकि जानबूझकर देवी देवताओं का मजाक फिल्म के माध्यम से उड़ाया गया है जिससे पूरे देश में लोक शांति भंग हो गई है। जगह-जगह लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव व देश की एकता अखंडता प्रभावित हो रही है। इसलिए फिल्म पर बैन लगाया जाए। बिना सेंसर बोर्ड की अनुमति के फिल्म प्रदर्शित नहीं हो सकती। डीजीपी व एसपी से दोषियों के खिलाफ समुचित धाराओं में एफ आई आर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है।