आदिवासी मंत्री नरेशभाई पटेल द्वारा 43.55 करोड़ रुपये की लागत से धरमपर में प्रमुखस्वामी व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया गया।
संस्कारों की सिंचन के साथ-साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर समीपवर्ती क्षेत्र में रोजगार दिलाने की व्यवस्था की गई है: मंत्री नरेशभाई पटेल
वलसाड। “प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी ने दुनिया में भारत के लिए एक विशिष्ट पहचान बनाई है। जब वे राज्य के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने दृढ़ता से गुजरात की नींव स्थापित की। उन्होंने युवा पुरुषों और महिलाओं की शिक्षा के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान की हैं। खाली बात नहीं, पीड़ा नहीं बल्कि आदिवासी समाज के लिए व्यवस्था बनाना हमारी जिम्मेदारी है। प्रमुख स्वामी व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र जो आज शुरू हुआ है , भविष्य के उद्योगों को ध्यान में रखते हुए ट्रेड का निर्णय लिया गया है। और प्रशिक्षण पूरा होने के तुरंत बाद आस-पास के क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए ऐसा व्यवस्था बनाया गया है।” उदाहरण के लिए धरमपुर में नासिक बाईपास रोड पर स्थित स्वामीनारायण मंदिर परिसर में 43.55 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित प्रमुखस्वामी व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्र का लोकार्पण करने के अवसर पर आदिवासी मंत्री नरेशभाई पटेल ने कहा।
मंत्री ने आगे कहा कि यह केंद्र पीपीपी मॉडल पर है। आदिवासी छात्रों का किसी भी शुल्क का भुगतान आदिवासी विभाग, गुजरात सरकार द्वारा किया जाएगा। बीएपीएस संगठन को न केवल प्रशिक्षण का बल्कि संस्कृति के साथ प्रशिक्षण के बाद रोजगार मिलने की भी चिंता है। बीएपीएस आदिवासी क्षेत्रों में नशामुक्ति, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए नि:शुल्क सेवाएं प्रदान कर घर को स्वर्ग समान बना कर समाज को सभ्य बनाने का महान कार्य कर रही है। छात्रों से अनुरोध करते हुए मंत्री ने कहा कि बिना समय बर्बाद किए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से प्रशिक्षण लें और परिवार और समाज के लिए उपयोगी बनें। मंत्री ने आगे कहा कि दक्षिण गुजरात में 8 वीटीसी केंद्र हैं। जिनमें से यह गर्व की बात है कि अतुल कंपनी द्वारा धरमपुर के डेडियापाड़ा में संचालित वीटीसी केंद्र में बड़ी संख्या में आदिवासी बेटे-बेटियों को प्रशिक्षण और रोजगार मिल रहा है।
इस अवसर पर राज्य के जल आपूर्ति राज्य मंत्री जीतूभाई चौधरी, धरमपुर व वलसाड विधायक सर्वश्री अरविंदभाई पटेल और भरतभाई पटेल, संगठन के अध्यक्ष हेमंतभाई कंसरा सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के सद्गुरु पू. घनश्यामचरण स्वामी (सूरत) ने आशिर्वाद दिया। तीथल स्वामीनारायण मंदिर के कोठारी स्वामी पू. विवेकस्वरुपदास स्वामीजी ने स्वागत भाषण में कहा कि पिछले 25 वर्षों से धरमपुर और कपराड़ा में मोबाइल अस्पताल की निःशुल्क सेवा चल रही है। झोपड़ी-झोपड़ी जाकर व्यसन से मुक्ति का संदेश देकर स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं। प्रगति के मूल में शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। यहां शिक्षा के साथ-साथ जीवन जीने का पाठ भी पढ़ाया जाता है।
प्रमुख स्वामी वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर के आचार्य जिज्ञेश पटेल ने बताया कि यह संस्थान 12.50 एकड़ में फैला है। जिसमें 30 ट्रेड शुरू किए जाएंगे। 300 लड़के और 200 लड़कियों के ठहरने के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था की गई है। 1 सितंबर से राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त मैकेनिकल, आईटी और गारमेंट सेक्टर के ट्रेडों में वर्तमान में 273 प्रशिक्षार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। जिसमें से 120 लड़के और 51 लड़कियां हॉस्टल में रहकर यहां पढ़ रहे हैं।
वहीं संस्था में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद नौकरी प्रदान करने वाले अतुल कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत सिंह बत्रा, धरमपुर की वाडीवाल इंडस्ट्रीज के एचआर हेड रवि मंडवावाला, भाविन पटेल, एचआर मैनेजर, डूंगरी बालाजी वेफर्स और सुबोध सारंगी, एचआर हेड, गल्फ ऑयल लुब्रिकेंट्स इंडिया लिमिटेड, सेलवास को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर संगठन महासचिव कमलेश पटेल, महेंद्र चौधरी, कोषाध्यक्ष राजेश भानुशाली, जीवाभाई आहीर, धरमपुर शहर संगठन के अध्यक्ष प्रणब शिंदे, वाघलधरा आईटीआई के प्राचार्य मनोजभाई मांडविया, बिल्डर बिपिनभाई पटेल, दीपसिंह ठाकोर और संस्था के सेवक किरणभाई मेहता उपस्थित थे। पूरे कार्यक्रम का संचालन बीएपीएस के विनोदभाई पटेल ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन वलसाड बीएपीएस विद्यामंदिर के कैंपस निदेशक मानसिंह ठाकोर ने किया।