उमरगांव। सोलसुंबा ग्राम पंचायत में अचानक एसीबी की रेड पड़ने पर वहां के लोगों में खलबली मच गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति को अपने ही पुश्तैनी जमीन पर निर्माण करने के लिए सोलसुंबा ग्राम पंचायत के उपसरपंच अमित पटेल ने उस व्यक्ति से 15 लाख रूपये रिश्वत की मांग की। जब उस व्यक्ति ने रूपया देने से मना कर दिया तो उसे अपने जमीन पर निर्माण करने की मंजूरी नहीं दी गई। उसके बाद उस व्यक्ति ने निर्माण करने हेतु परमीशन पाने के लिए उपसरपंच से 12 लाख रुपये में डील फाइनल कर दी।
डील फाइनल होने के बाद उपसरपंच अमित पटेल ने ग्राम पंचायत के क्लर्क कृषाग हितेश चंदाराणा को ग्राम पंचायत के गेट पास पेशगी के तौर पर 3 लाख रूपये लेने के लिए भेजा। उस व्यक्ति से तीन लाख रुपये लेने के बाद क्लर्क ने उपसरपंच को फोन करके जानकारी दी। वहीं 3 लाख रूपया स्वीकारने के बाद एसबी की टीम भी घटना स्थल पर पहुंच गई।
जब एसीबी की टीम द्वारा जांच-पड़ताल की गई तो मामला रिश्वतखोरी का निकला। उसके बाद एसीबी की टीम ने उपसरपंच अमित पटेल और क्लर्क कृषाग हितेश चंदाराणा को गिरफ्तार कर लिया।
इस मौके पर एसीबी की पुलिस इंस्पेक्टर ए. के. चौहाण तथा सूरत एसीबी की टीम मौजूद रही। इसके अलावा सुपरविजन में पी. एच. भेसनिया इंचार्ज एसीबी सूरत टीम के साथ मौजूद रहे। एसीबी की इस रेड से सोलसुंबा के साथ-साथ पूरे उमरगांव तहसील में हड़क मचा हुआ है।