
वलसाड। दीपावली व नववर्ष के अवसर पर सुप्रसिद्ध माँ विश्वंभरी के दर्शन करने के लिए वलसाड के राबड़ा गांव में स्थित सुप्रसिद्ध विश्वंभरी तीर्थ यात्रा धाम में पिछले कुछ दिनों से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।

हरी भरी प्राकृतिक सुंदरता के बीच पार नदी के तट पर स्थित इस दिव्य धाम में असंख्य लोगों को माँ विश्वंभरी के चैतन्य रूप के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है । इस धाम में दिव्य संदेश “अन्धविश्वास छोड़ घर लौटकर घर को मंदिर बनाओ” के साथ-साथ तीन चरणों की मूल भक्ति की श्रद्धालुओं को प्रेरणा मिल रही है।

इसके साथ ही कार्तव्यकर्म, कर्मभक्ति, कर्मयोगी, आज न केवल भारत में ही बल्कि विदेशों में भी अनगिनत लोग अपने घर को एक मंदिर बनाकर सात्विक शक्ति की आराधना कर रहे हैं। इसी तरह भारत में भी लोग अपने घर को मंदिर बनाकर सात्विक शक्ति की पूजा करते हैं।

इस धाम गीर गाय की आदर्श गोशाला से प्रेरणा लेकर आज लोग अपने ही घर के आंगन में गायों का पालन-पोषण कर रहे हैं। साथ ही इस जगह की साफ-सफाई और शालीनता को देखकर लोगों ने भी अपने जीवन में स्वच्छता और शालीनता का पालन कर रहे हैं।

इस तीर्थ यात्रा धाम ने जीने की सच्ची कला सीखकर अनगिनत लोगों का जीवन को बदल दिया है। ऐसे लोग अपने ही घर में वास्तविक शांति और स्वर्ग का अनुभव करने लगे हैं। यह धाम भवसागर को पार करने, यानी मोक्ष प्राप्त करने के लिए एक अच्छा प्रकाशस्तंभ रहा है।