
जौनपुर। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य ही शिक्षा और सीखने पर ध्यान केंद्रित करना और “भारत को एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति” बनाना है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मंगलवार को बाबतपुर से बदलापुर महोत्सव में शामिल होने जाते समय जौनपुर डाक बंगले में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लक्ष्य 2040 तक एक कुशल शिक्षा प्रणाली बनाना है, जिसमें सभी शिक्षार्थियों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा तक समान पहुंच हो। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य एक नई प्रणाली का निर्माण करना है जो भारत की परंपराओं और मूल्य को अपने अंदर समाहित करते हुए विश्वगुरु बनने का मार्ग प्रशस्त करे। उन्होंने कहा कि भारत का पुनः गौरव स्थापित करने के लिए नई शिक्षा नीति में भारत के सांस्कृतिक इतिहास, वैज्ञानिक उनवेष (नवाचार) इत्यादि आयामों पर विशेष बल दिया गया है।


उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि अगर शिक्षित व्यक्ति अपनी शिक्षा का उपयोग किसी को शिक्षित करने में नहीं करता है तो उसे अगर गद्दार की संज्ञा दी जाए तो गलत नहीं होगा।जौनपुर डाक बंगले पर पहुंचने पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को गार्ड आफ ऑनर दिया गया। इसके पश्चात महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री एवं महाराष्ट्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष कृपाशंकर सिंह , जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता (पैनलिस्ट) ओम प्रकाश सिंह, पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह सहित अनेक लोगों ने बुके देकर और माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया। पत्रकार वार्ता के समय प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद यादव , महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मन्त्री एवं महाराष्ट्र प्रदेश के भाजपा के उपाध्यक्ष कृपाशंकर सिंह, पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता (पैनलिस्ट) ओमप्रकाश सिंह मौजूद रहे।