मुंबई। मुंबई में 26 / 11 आतंकी हमले की 11वीं बरसी पर लोढ़ा फाउंडेशन की अध्यक्ष तथा प्रख्यात साहित्यकार डॉ मंजू लोढ़ा ने गिरगांव चौपाटी पर आतंकी हमले के समय अदम्य साहस और बहादुरी के साथ आतंकियों का सामना करते हुए शहीद होने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। ज्ञातव्य है कि 26 नवंबर 2008 की ही वह काली रात थी, जब लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकी समुद्री रास्ते से भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में दाखिल होकर 164 बेगुनाह लोगों की जान ली थी। इस हमले में 308 लोग घायल हुए थे।
हमले में जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकी अजमल कसाब को 21 नवंबर 2012 को फांसी दी गई थी। मुंबई के बहादुर एएसआई तुकाराम ओंबले ने बिना किसी हथियार के कसाब को दबोच लिया था। इस दौरान कसाब की बंदूक से कई गोलियां उन्हें लगी और वे शहीद हो गए । लोढ़ा फाउंडेशन द्वारा यहां अमर शहीद तुकाराम ओंबले की प्रतिमा लगाई गई है। डॉ मंजू लोढ़ा ने शहीद ओंबले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।