
अब ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता’ का समय नहीं, महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही सतर्क रहना होगा – जिलाधिकारी
स्टार मीडिया न्यूज,
वलसाड। “संस्कृत में एक प्रसिद्ध श्लोक है, ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:’ अर्थात् जहाँ पुत्रियों, स्त्रियों और माताओं की पूजा और सम्मान किया जाता है, वहाँ देवता सदैव प्रसन्न रहते हैं। लेकिन हर जगह ऐसा नहीं है। अब महिलाओं को सतर्क रहना होगा और खुद को बचाने के लिए दृढ़ संकल्प होना चाहिए”। यह बात वलसाड की जिलाधिकारी क्षिप्रा आग्रे ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा धरमपुर के एसएमएसएम हाई स्कूल में आत्मरक्षा प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन के अवसर पर कही।
जिलाधिकारी ने आगे कहा कि इस तीन दिवसीय कराटे प्रशिक्षण में सभी छात्राओं को सम्मिलित होकर गंभीरता से प्रशिक्षण लेना आवश्यक है। ताकि वे आपात स्थिति में अपनी रक्षा कर सकें। यदि आप प्रशिक्षण में रुचि लेते हैं, तो आप अपनी मांसपेशियों और दिमाग को भी प्रशिक्षित करेंगे, जिससे आप अपना बचाव करने के साथ-साथ प्रतिरोध भी कर सकेंगे। यदि छात्र इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण में रुचि दिखाते हैं, तो उन्होंने आश्वासन दिया है कि दीर्घकालिक प्रशिक्षण का भी आयोजन किया जाएगा।
जिला शिक्षा कार्यालय के शिक्षा निरीक्षक बिपिन भाई पटेल ने बताया कि जिले के 20 विद्यालयों में जिला प्रशासन द्वारा 9वीं से 12वीं कक्षा के कुल 7500 छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी शुरुआत एसएमएसएम हाई स्कूल से हुई है । जिसमें 300 लड़कियों और 200 लड़कों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, कुल मिलाकर 500 छात्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
यह प्रशिक्षण 5 डिग्री ब्लैक बेल्ट धारक , गुजरात राज्य के सड़क सुरक्षा ब्रांड एंबेसडर, भारत चुनाव आयोग आफ गुजरात स्टेट के आइकॉन, 6 बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक आफ इंडिया और वर्ष 2007 से 2013 तक नवसारी में चोवीसी की आर्ट्स एंड कामर्स कॉलेज के पूर्व प्राचार्य रह चुके विस्पी कासद व थर्ड डिग्री ब्लैक बेल्ट व एशियन बुक एण्ड इंडियन बुक रिकॉर्ड धारक रीता देसाई द्वारा प्रदान की जा रही है।
इस प्रशिक्षण में विशेष रूप से छात्राओं को छेड़छाड़, अपहरण और चेन स्नेचिंग सहित घटनाओं में खुद का विरोध और बचाव करने की विभिन्न तकनीकें भी सिखाई गईं। इस अवसर पर प्रोबेशनरी आईएएस निशा चौधरी, धरमपुर के प्रांत अधिकारी केतुल इटालिया, एसएमएसएम हाई स्कूल के प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह एम चावड़ा सहित बड़ी संख्या में स्कूली परिवार उपस्थित थे। स्वागत भाषण, धन्यवाद प्रस्ताव एवं संचालन एसएमएसएम हाई स्कूल के शिक्षक प्रकाशभाई डी. परमार द्वारा किया गया।