स्टार मीडिया न्यूज
वापी। वापी जीआईडीसी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि वापी के जीआईडीसी में 100 शेड इंडस्ट्रियल एरिया में प्लाट नं सी1/49 में कार्यरत एक जानी-मानी दवा कंपनी डुपेन लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड के कंपनी प्रबंधन द्वारा कंपनी में से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट सरकार की गाईडलाइन के अनुसार नष्ट करने की जगह कंपनी के परिसर की जमीन में ही गाड़ कर मिट्टी को खराब किया जा रहा था। इस सूचना के आधार पर जीआईडीसी पुलिस की एक टीम ने डुपैन लैबोरेटरीज कंपनी में जाकर कंपनी के परिसर की खुदाई की। जिसमें जमीन से एक्सपायर्ड दवा का मेडिकल वेस्ट मिला। पुलिस ने इसकी जानकारी जीपीसीबी को दी। जीपीसीबी की टीम घटना स्थल पर पहुंच कर निरीक्षण किया। वहीं जीपीसीबी की एक टीम ने पुलिस के साथ मिलकर काम करते हुए जमीन से मिले बायोमेडिकल वेस्ट की मात्रा के सैंपल लिए।
फिलहाल जीपीसीबी के अधिकारियों ने बताया कि सभी बायोमेडिकल वेस्ट के सैंपल लेने के बाद एक रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय गांधीनगर को सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा कि यह मेडिकल वेस्ट कितना हानिकारक है। उसके बाद कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और जीपीसीबी के अधिकारियों ने जमीन से जो मेडिकल कचरा निकाला है वह नवीनतम है और 100 किलो से अधिक होने का अनुमान है। कंपनी में निर्मित टैबलेट, कैप्सूल, सिरप, ओरल केयर, ओरल हेल्थ केयर, डेंटल जेल, पाउडर, क्रीम जैसे दवा उत्पादों की एक्सपायरी डेट वाली जत्थों बरामद किया गया है।
गौरतलब है कि वापी जीआईडीसी में 100 शेड्स इंडस्ट्रियल एरिया में प्लॉट नंबर सी1/49 में काम करने वाली जानी-मानी दवा कंपनी डुपेन लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड फार्मास्युटिकल क्षेत्र की जानी-मानी कंपनी है। जिसके परिसर से नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बायो मेडिकल वेस्ट बरामद किया गया है, जिसकी वजह से अन्य दवा कंपनियों में भी हड़कंप मच गया है। अब देखना यह है कि जीपीसीबी की प्रयोगशाला में से डुपेन लेबोरेटरी की कैसी रिपोर्ट आती है। और कंपनी के खिलाफ कौन सी कार्रवाई की जाएगी, इस पर सभी निगाहें टिकी हुई है।