स्टार मीडिया न्यूज, वलसाड। वलसाड शहर के पास अटार गांव के पी. के. डी. विद्यालय में 27 से 28 दिसंबर तक होने वाली दो दिवसीय विक्रम साराभाई अंतरिक्ष प्रदर्शनी का एन.जे. ग्रुप के को-फाउंडर जिग्नेश देसाई और नीरज चोकसी के हाथों शुभारंभ किया गया। यह प्रदर्शनी स्पेस एप्लीकेशन सेंटर, इसरो अहमदाबाद, वलसाड जिला शिक्षा विभाग और नवसर्जन केलवनी मंडल – अटार द्वारा आयोजित की गई है। इस अवसर पर स्कूल के ट्रस्टी भीखूभाई देसाई, एन.जे. समूह के नीरजभाई चोकसी और जिग्नेश देसाई, अतुल कंपनी की संस्थापक सदस्य स्वातिबेन, इसरो के प्रदर्शनी प्रमुख नरेशभाई भट्ट ने प्रासंगिक व्याख्यान दिया। जबकि समारोह में नित्यानंद स्वामी ने आशीर्वाद दिया।
इस अंतरिक्ष प्रदर्शनी को देखने के लिए विभिन्न स्कूलों के 4000 से अधिक छात्र आएंगे। इस अंतरिक्ष प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य इसरो द्वारा पचास वर्षों में अंतरिक्ष के क्षेत्र में की गई प्रगति से लोगों को अवगत कराना है। साथ ही छात्रों में अंतरिक्ष के प्रति जागरूकता और रुचि विकसित करना है। जिसमें छात्रों को अंतरिक्ष से जुड़ी अलग-अलग जानकारी दी जाएगी। दीपावली के बाद अब तक जयपुर, ग्वालियर, हरिद्वार, देहरादून, भोपाल, झांसी, चूरू, अजमेर में 9 प्रदर्शनियां हो चुकी हैं।
इसरो की अहमदाबाद में एक स्थायी प्रदर्शनी है, जिसे बड़ी संख्या में लोग देखने के लिए आते हैं, लेकिन जो लोग वहां नहीं जा सकते उनके लिए एक मोबाइल प्रदर्शनी शुरू की गई है। इसरो के वैज्ञानिकों की एक टीम देश के विभिन्न हिस्सों में अंतरिक्ष प्रदर्शनियों का आयोजन करती है और जानकारी प्रदान करती है। विशेष रूप से छोटे गांवों में भी आयोजित किया जाता है जहां ज्यादा सुविधाएं नहीं हैं।
वर्तमान में अटार की पी.के.डी. विद्यालय में आयोजित की जा रही प्रदर्शनी में कुल चार विभाग द्वारा अंतरिक्ष की जानकारी दी जा रही है। इसमें मंगलयान, चंद्रयान, आदित्य मिशन, ह्यूमन स्पेस प्रोग्राम, बिग बैंग थ्योरी जैसे इसरो प्रोजेक्ट शामिल हैं। छात्रों के लिए रॉकेट लॉन्चिंग का प्रैक्टिकल डेमोन्स्ट्रेशन भी आयोजित किया गया है। इसके साथ ही स्पेस ऑन व्हील बस में इसरो के विभिन्न प्रोजेक्ट्स की प्रदर्शनी लगाई जा रही है। आशा है कि यह प्रदर्शनी अंतरिक्ष के बारे में अधिक जानने के लिए बच्चों में उत्सुकता पैदा करेगी। प्रदर्शनी के साथ-साथ छात्रों में हिंदी और गुजराती भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और भाषा के प्रति रुचि पैदा करने के उद्देश्य से लेखन प्रतियोगिता, मॉडल मेकिंग और क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त भाषा उपनिदेशक नीलूबेन सेठ द्वारा किया गया।