बड़े पैमाने पर सागौन के पेड़ों को काटकर रखा गया था।
स्टार मीडिया न्यूज, वलसाड। कपराड़ा तालुका में सागौन की लकड़ियों के साथ-साथ खैर की लकड़ियों की भी तस्करी करने की बारदातें दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। जबकि वनविभाग की टीम भी तस्करों को रोकने का प्रयास कर रही है। वहीं सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने सागौन के कटे हुए पेड़ों के जत्थों को बरामद किया है। वन विभाग की टीम ने जांच-पड़ताल कर बिना परमीशन के सागौन की लकड़ी काटने पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है। इसके पहले भी कई बार नानापोंढ़ा वन विभाग के रेंज में बड़े पैमाने पर सागौन की लकड़ियों की तस्करी करने की बारदातें हुई थी। वन विभाग की टीम ने सागौन की लकड़ी के जत्थों को बरामद कर उन तस्करों को पकड़ने में कामयाब हुई थी और उन पर कार्रवाई की थी। ऐसा ही एक मामला कपराड़ा तालुका के सुखाला का है, जहां पर सुखाला के ही झाड़ी फणिया में एक किसान के मालिकी जमीन पर बिना परवानगी के बड़े पैमाने पर सागौन के काटे गए पेड़ों के जत्थों को बरामद किया गया है।
नानापोंढ़ा के रेंज अधिकारी अभिजीत सिंह राठौड़ को एक सूचना मिली कि सुखाला गांव के झाड़ी फणिया में एक किसान के सर्वे नंबर 69 जमीन पर बिना इजाजत के बड़े पैमाने पर सागौन के पेड़ों को काट कर रखा गया है। इस सूचना के आधार पर रेंज अधिकारी अभिजीत सिंह राठौड़ अपने स्टाफ के साथ उक्त स्थान पर पहुंचे, जहां पर बड़े पैमाने पर सागौन के पेड़ों को काटकर रखा गया था। वन विभाग की टीम ने वहां से 69 नग सागौन की लकड़ी बरामद की जिसकी लंबाई 10.366 घनमीटर है और जिसकी कीमत 1 लाख 62 हजार 450 रूपये है। वन विभाग की टीम ने सागौन की लकड़ी को बरामद कर बिना परमीशन के सागौन की लकड़ी काटने वालों पर मामला दर्ज कर उनके ऊपर दंडात्मक कार्यवाही की गई। वहीं रेंज अधिकारी अभिजीत सिंह राठौड़ ने बताया कि यह सागौन की लकड़ी देवीबेन अरविंदभाई पटेल के मालिकी जमीन से बिना परमीशन के सागौन के पेड़ों की कटाई की गई थी।