सूरत पुलिस की तर्ज पर सभी जिलों और संघ प्रदेश में भी लागू हो पुरस्कार योजना,
कृष्ण मिश्र ” गौतम ”
स्टार मीडिया न्यूज, वापी। इन दिनों केंद्र सरकार, राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी देश में सड़क दुर्घटना कम नहीं हो रही है। इन सड़क दुर्घटनाओ में हर साल लाखों आदमी मारे जाते हैं और लाखों आदमी अपंग हो जाते है। आंकड़ों के मुताबिक देश में हर रोज़ 420 से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते है अगर पुलिस द्वारा सकारात्मक प्रयास किया जाए तो सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों का आंकड़ा कम किया जा सकता है। इसके लिए पुलिस प्रशासन, मीडिया, सड़क प्राधिकरण, अस्पताल प्रशासन और आम जनता मिलकर काम करें तो दुर्घटनाओं की तादाद निश्चित तौर पर घट सकती है। जागरुकता के इस अद्भुत प्रयास से लाखों लोगों की जान बच सकती हैं।
वरिष्ठ पत्रकार देव आनंद महानामा बताते हैं की
दुघर्टना के बाद जो एक घंटा होता है वो घायल के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। इसी एक घंटे में घायल की मौत होती है क्योंकि पुलिस के डर से कोई भी घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए आगे नहीं आता, जबकि ये डर जनता के दिल से निकालना होगा। दुर्घटना के बाद पुलिस घायल की मदद करने वाले से कई सवाल पूछती है जिनमें नरमी बरतनी चाहिए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुधार हुआ है, फिर भी लोग पुलिस से डरते है क्योंकि देश के कई हिस्सों में आज भी ऐसा ही होता है।पुलिस मददगारों से बड़ी बेरुखी और बदतमीजी से पेश आती है। जबकि पुलिस का डर लोगों के दिल से निकालना बहुत जरूरी है। वहीं अस्पताल में भी घायलों की मदद करने वालों को बिल को लेकर परेशान किया जाता है, जबकि वे घायलों को जानते भी नहीं है। जिला प्रशासन को भी ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि कोई भी अस्पताल निजी या सरकारी अस्पताल घायलों की मदद करने से इंकार न कर सकें। क्योंकि कई बार अस्पताल पैसों की वजह से घायलों को भर्ती नहीं करते और पीड़ित की मौत हो जाती है।
सूरत पुलिस द्वारा पुरस्कार योजना लागू , हो रहा काफी लाभ:-
सूरत ट्रैफिक पुलिस प्रशासन ने एक शानदार पहल की शुरुआत की है। सूरत के यातायात पुलिस आयुक्त साहब ने सड़क दुर्घटनाओ में घायल व्यक्तियों की एक घण्टे के अंदर अस्पताल पहुंचाने वालो के लिए 1 लाख़ रू नगद ईनाम की व्यवस्था की है। घायलों की मदद करने वालों को गुड समैरिटन अवार्ड, ट्राफी और प्रमाणपत्र देने की भी घोषणा की है। केंद्र सरकार की इस महत्त्वपूर्ण योजना को कार्यान्वित करने के लिए सूरत यातायात पुलिस उपायुक्त अमिता के.वानाणी ने खुद यह जानकारी मीडिया को दी है। समाज सेवा और पत्रकारिता में व्यक्तिगत नफे नुकसान को देखने के इस युग में भी सामाजिक मुद्दे पर संवेदनशील पत्रकार देव आनंद महानामा, राजन सोलंकी ,कृष्णा झा, सनी पटेल ,मंजीत ठाकुर ,संदीप सेन ,शुभम डी. रॉय , अरविंद यादव ने जनहित ज्ञापन सिलवासा , दमन दीव ,वलसाड जिला पुलिस मुख्यालय में पुलिस को सौंपा तथा इस संदर्भ कुछ सुझाव भी दिए हैं।
जनता से अपील सकारात्मक बनें:-
सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सबसे पहले मदद करें, एंबुलेंस को कॉल करें, प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाएं और फोटो बाजी करने से बचें।