स्टार मीडिया न्यूज, वापी:- सिलवासा के एक अस्पताल में काम करने वाली युवती को उसके ससुराल वाले दहेज को लेकर प्रताड़ित कर रहे है. युवती तीन वर्ष के एक बच्चे की मां भी है. युवती के विवाह को करीबन 9 वर्ष हो चुके हैं. विवाह के दो तीन महीने के बाद से ही ससुराल वाले उसके साथ मारपीट करने लगे थे.
इसके बाद युवती से ससुराल वाले धीरे धीरे लाखो रुपए ऐंठने लगे जिसका ट्रांजेक्शन रिकार्ड युवती के पास उपलब्ध है . युवती जॉब करती है मगर युवती का पति कोई काम नहीं करता. शादी भी झांसा देकर की गई. युवती को बताया गया कि दूल्हा फिल्मों में काम करता है मगर शादी के बाद पता चला कि दूल्हा बेरोजगार है.
दीपिका चौधरी नामक यह युवती वापी में रहती है. उसका ससुर अवधेश चौधरी रसूखदार व्यक्ति है और वीआईए में जाकर उठता बैठता है.
दीपिका चौधरी का सीधा सीधा आरोप है कि उसका पति साकेत चौधरी, सास सोनलता चौधरी, देवर मुकुंद चौधरी और ससुर अवधेश चौधरी उसके साथ मारपीट करते है और जब तब पैसों की डिमांड करते रहते है. दीपिका से इन लोगों ने किसी न किसी बहाने से लाखो रुपए लूट लिए है. इसका ब्यौरा दीपिका के पास उपलब्ध है.
दीपिका इस अत्याचार की शिकायत वापी पुलिस में लिखाना चाहती थी मगर रसूखदार परिवार होने की वजह से पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज़ नही की. इसके बाद दीपिका ने वलसाड महिला पुलिस स्टेशन में अपने ससुराल वालो के खिलाफ शिकायत भी दर्ज़ कराई. दीपिका इसी बीच वलसाड पुलिस अधीक्षक से भी मिली और उनको उसने अपनी आपबीती बताई.इसके बाद वलसाड महिला पुलिस स्टेशन ने 25 नवंबर 2021को उसके ससुराल वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. इस प्राथमिकी में अवधेश चौधरी, साकेत चौधरी, सोनलता चौधरी, मुकुंद चौधरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 498(a),323, 504 और 114 दर्ज की गई मगर दुर्भाग्य से एक साल से ज्यादा समय होने के वाबजूद महिला पुलिस ने अब तक इसपे कोई कार्यवाही नहीं की जिससे ससुराल वालो के हौसले बुलंद है.
बीते 26जनवरी 2023 को जब हमारे संवाददाता ने इस संदर्भ में दीपिका के ससुर अवधेश चौधरी से फोन पर बातचीत की तो पहले तो उन्होंने संवाददाता को घुड़की दी फिर उसकी डिग्री पूछी फिर रुआब से कह दिया मैं वीआईए में उठता बैठता हूं. तुम्हारे जैसे कई पत्रकार आते जाते रहते है.जो छापना है छाप दो. बातचीत के दौरान
उन्होने रौब झाड़ते हुए कह दिया कि पुलिस ऐसी FIR 300 रू में लिख देती है उस FIR की क्या वैल्यू है. कोर्ट में आओ वही फैसला सुन लेना.
अवधेश चौधरी का यह अहंकार दिखाता है कि उनकी नज़र में पुलिस और न्याय व्यवस्था की कोई इज्जत नही है. उनको लगता है कि वे वीआइए में बैठते है तो कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता भले ही वो कोई भी पाप कर ले, कोई भी अपराध कर लें.
अवधेश चौधरी को इस दंभ भरे बयान के आधार पर वीआईए से सस्पेंड किया जाना चाहिए. अब देखना यह है कि वीआइए उन पर क्या कार्यवाही करता है. वीआईए ने अवधेश चौधरी पर कोई कार्यवाही नही की तो यह समझा जायेगा अवधेश चौधरी के हाथों में वीआईए के कुछ पदाधिकारियों की पोल आ गई है.
पुलिस को भी अपनी प्रतिष्ठा बचानी है तो 300 रू में FIR लिखने की बात पर कार्यवाही करनी चाहिए वरना सचमुच जनता के बीच ये मैसेज जायेगा कि पुलिस पैसे के लिए झूठी FIR भी लिख देती है .
उधर चौधरी खानदान की बहू दीपिका की मांग है कि उसे इंसाफ दिया जाय हालांकि वो साकेत चौधरी से तलाक नहीं चाहती मगर अपना दिया हुआ पूरा रुपया वापिस चाहती है साथ ही वो अपने बच्चे और अपने भरण पोषण के लिए हर माह एक निश्चित रकम चाहती है. अब देखना है इस मामले में पुलिस और कोर्ट क्या कार्यवाही करती है.