गौ के लिए आरक्षित जमीन पर कराया अवैध निर्माण , दुकानदारी से भी लिए पैसे:-
स्टार मीडिया न्यूज, उमरगांव। वलसाड जिला के उमरगांव पंचायत द्वारा करोड़ों रुपए का घोटाला प्रकरण सामने आया है , जिसने सरपंच द्वारा अवैध दुकान बनाकर लोगों को देने की बात चर्चा में है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वलसाड जिले के उमरगाम तालुका के सोलसुम्बा ग्राम पंचायत द्वारा बाजार क्षेत्र में और गंगादेवी रोड सेंट्रल स्कूल के पास निर्मित कुल 120 दुकानों के खरीददारों याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि पंचायत ने गौ के लिए आरक्षित जमीन पर सरकारी तंत्र की छाया में दुकान खरीद फरोख्त कांड में करीब साढ़े छह करोड़ का घोटाला किया है।
सोलसुंबा गांव में पंचायत द्वारा गौचर की जमीन पर दो जगहों पर करीब 120 दुकानें बनाकर नीलाम कर दी गईं। इन दुकानों का निर्माण तत्कालीन पंचायत सरपंच अमित पटेल ने वर्ष 2018 में कराया था। जिसके लिए ग्राहकों ने चेक से राशि का भुगतान किया। फिलहाल 6 साल बाद भी ग्राहकों को दुकानों पर कब्जा नहीं मिला सका । जबकि निर्मित दुकानें अवैध पाई जा रही हैं।
इस मामले में उपभोक्ता व्यापारी प्रेम व्यास व मोहन अग्रवाल के साथ ही बिल्डर, समाजसेवी, विधि विशेषज्ञ, राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग के पूर्व अध्यक्ष मुनीर खोजा ने एक साथ आकर जिला विकास अधिकारी मनीष गुरवानी को शिकायत दिया है। शिकायत में पंचायत पर आरोप लगाते हुए गौचर की जमीन में तत्कालीन सरपंच अमित पटेल व अन्य पंचायत सदस्य , तलाठी समेत अन्य अधिकारियों ने मिलकर बहुत बड़ा घोटाला किया है. दुकान खरीदने वाले ग्राहकों का आरोप है कि ग्राम पंचायत जानबूझकर लोगों के वैध कार्य में देरी कर रही है. इन दुकानों को खरीदने के लिए प्रत्येक व्यापारी ने 3 से 6 लाख तक का बैंक ऋण लिया है।
ग्राहकों ने मांग की है कि भुगतान की गई पूरी राशि उन्हें वापस की जाए। साथ ही अनुरोध किया है की अवैध दुकानों को खरीदने वाले सभी ग्राहकों, व्यापारियों, स्थानीय लोगों को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने निष्पक्ष जांच कर जिम्मेदार व कानूनी कार्रवाई कर उनके सारे पैसे वापस किए जाएं।
ग्राहकों ने इस संबंध में ग्राम पंचायत के वर्तमान सरपंच को जिला प्रशासन और गुजरात सरकार को आवेदन दिया है। फिलहाल, जिला विकास अधिकारी मनीष गुरवानी ने याचिकाकर्ताओं की दलीलों को ध्यान से सुनने के बाद उचित न्याय देने का आश्वासन दिया है.
उल्लेखनीय है कि पूरे मामले में प्रमुख भूमिका में सोला सुंबा ग्राम पंचायत में 2018 में सरपंच रहे अमित पटेल पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. 10 लाख की रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी द्वारा पकड़े जाने पर उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया गया था।