स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। गुजराती साहित्य परिषद और श्री मुंबादेवी आर्ट्स एण्ड श्रीमती एस.आर. चमारीया कॉमर्स कॉलेज मोटापोंढा में विश्व मातृभाषा दिवस मनाया गया। प्रभारी आचार्य डॉ. एस. यू पटेल ने वक्ताओं का स्वागत किया और मातृभाषा दिवस की महिमा बताई। राजकीय महाविद्यालय, दमन में गुजराती विषय के प्राध्यापक एवं मुख्य वक्ता डॉ. भावेश वाणा ने अपने उद्बोधन में हेमचन्द्राचार्य से लेकर वर्तमान समय तक गुजराती भाषा की संपूर्ण सफर मुख्य कवियों को ध्यान में रखते हुए वक्तव्य दिया। आणंद आर्ट्स कॉलेज के डॉ. प्रवीणभाई वनकर ने अपने भाषण में विश्व मातृभाषा दिवस समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम के माध्यम से मातृभाषा के महत्व को समझाया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. आशा गोहिल ने छात्रों को 117 साल पुराने गुजराती साहित्य परिषद सम्मेलन, संगोष्ठी और अन्य विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। यह कार्यक्रम 102 स्थानों पर आयोजित कर एक इतिहास रच दिया। वहीं गुजराती साहित्य परिषद के अध्यक्ष प्रकाश नं. शाह और महामंत्री डॉ. समीर भट्ट के मार्गदर्शन में आयोजित विश्व मातृभाषा दिवस 102 स्थानों पर विस्तार से मनाया जा रहा है। छात्रों ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया और इसे सफल बनाया। कार्यक्रम के अंत में गुजराती साहित्य परिषद एवं सभी का प्रो. डॉ. आशा गोहिल ने आभार व्यक्त किया।