जनसेवा केंद्र व सरकारी कार्यालयों में आवेदकों की आवाजाही जहां अधिक हो वहां अनिवार्य रूप से छाया एवं पानी की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश:-
बिजली आपूर्ति की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए छात्रों के लिए स्कूल के समय में परिवर्तन, पशुओं के लिए चारा और पानी और श्रमिकों के लिए नींबू पानी सहित सुविधाओं के संबंध में सुझाव दिए गए:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। राज्य में आगामी हीटवेव की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य स्तर पर अग्रिम रूप से योजना बनाने हेतु राज्य के आपात संचालन केन्द्र में राहत आयुक्त की अध्यक्षता में गुरुवार 15 मार्च को राज्य के विभिन्न विभागों तथा विभिन्न जिला के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था। जिसके उपलक्ष्य में शुक्रवार, 17 मार्च को हीटवेव के संदर्भ में वलसाड जिला के विविध विभागों द्वारा पूर्व तैयारी एवं समीक्षा के लिए जिला कलेक्टर क्षिप्रा आग्रे की अध्यक्षता में जिला कलेक्टर कार्यालय के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी। जिसमें मौजूदा मार्च, अप्रैल और मई में लू से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें इस पर विशेष जोर दिया गया।
इस बैठक में जिलाधिकारी श्री क्षिप्रा आग्रे ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा सूखा एवं वर्षा सहित अन्य प्राकृतिक आपदाओं की तरह लू को भी गंभीरता से लिया जा रहा है तथा अग्रिम योजना के उपाय किये जा रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री द्वारा राज्य स्तर पर लू को लेकर आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। संभावित लू की अवधि में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में हीटवेव प्रोटोकाल के तहत दवाइयां, उपकरण, डीप फ्रीजर, आइस पैक सहित आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं, ऊर्जा विभाग द्वारा निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाये, जल आपूर्ति विभाग द्वारा लोगों को पीने का पानी व कृषि के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराया जाए। शिक्षा विभाग द्वारा गर्मी को ध्यान में रखते हुए छात्रों के स्कूल के समय में परिवर्तन करना, कृषि एवं पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के लिए पर्याप्त चारे की व्यवस्था, वन विभाग द्वारा वन्य प्राणियों के लिए पेयजल की व्यवस्था, परिवहन विभाग द्वारा एसटी डिपो में प्राथमिक उपचार किट, छाया एवं पानी की सुविधा उपलब्ध कराना, निर्माण स्थल पर गर्मी की स्थिति में काम करने वाले मजदूरों को ठंडा पानी, नीबू पानी एवं छांछ आदि उपलब्ध कराना, सूचना विभाग द्वारा संभावित असरग्रस्त समूहों व भीड़भाड़ के लिए विस्तृत जागरुकता एवं प्रचार-प्रसार करना, स्कूलों और कॉलेजों में जरूरी प्रवेश लेने के लिए जनसेवा केंद्रों व जिला की अन्य सरकारी कार्यालयों में बड़ी संख्या में आवेदक / लाभार्थी आते हैं उनके लिए छाया, पीने का पानी, प्राथमिक चिकित्सा उपचार और काम के घंटों में बदलाव पर विचार करने के निर्देश दिए। आपदा प्रबंधक प्रियंका पटेल ने राज्य स्तर पर मिली सूचना के संबंध में संबंधित विभागों को हिटवेव के संबंध में किए जाने वाले कामों को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से संबंधित विभागों को बताया।
इस बैठक में जिला विकास अधिकारी मनीष गुरवानी, प्रोबेशनरी आईएएस निशा चौधरी, रेजिडेंट अपर कलेक्टर अनुसूया झा, जिला परियोजना अधिकारी जयवीर रावल, स्वास्थ्य विभाग के महामारी अधिकारी डॉ. मनोज पटेल और सिविल सर्जन डॉ. भावेश गोयानी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।