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युवाओं को आकर्षित करने हेतु इसरो की सराहनीय पहल,  टैलेंट की खोज ,इसरो का युवा विज्ञानी कार्यक्रम का आयोजन अप्रैल में 

स्टार मीडिया ब्यूरो ,

स्कूली बच्चों के लिए इसरो यानि कि भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान द्वारा एक विशेष कार्यक्रम “युवा विज्ञानी कार्यक्रम”- का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान में उभरते रुझानों में युवा छात्रों (जो हमारे राष्ट्र के भविष्य के निर्माण खंड हैं) को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष अनुप्रयोगों पर बुनियादी ज्ञान प्रदान करेगा। इसरो ने “कैच देम यंग” के लिए इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है। कार्यक्रम से अधिक से अधिक छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) आधारित अनुसंधान/कैरियर में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

युविका कार्यक्रम का उद्देश्य:-

प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान करना और उन्हें भविष्य के अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित करना है। युविका कार्यक्रम पूरे भारत के 9वीं कक्षा (या समकक्ष) के छात्रों के लिए खुला है। राज्य / केंद्र शासित प्रदेश से तीन छात्रों का चयन करके उन्हें देश भर के विभिन्न इसरो केंद्रों में दो सप्ताह के आवासीय प्रशिक्षण देना है। इससे छोटे बच्चों को अंतरिक्ष विज्ञान, अंतरिक्ष अनुप्रयोगों और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को जानने का अवसर प्राप्त होता है।

युविका कार्यक्रम एक व्यापक पाठ्यक्रम प्रदान करता है, अंतरिक्ष विज्ञान, अंतरिक्ष अनुप्रयोगों और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। कार्यक्रम में अंतरिक्ष विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान, इंटरैक्टिव सत्र और व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल हैं। पाठ्यक्रम को छात्रों के ज्ञान और कौशल को बढ़ाने और उन्हें अंतरिक्ष क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करने हेतु डिज़ाइन किया गया। छात्रों को अंतरिक्ष क्षेत्र में नवीनतम रुझानों से अपडेटेड रहने और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने में मदद मिलती है।

युविका-2023 में प्रतिभागी चयन के कुछ मापदंड निर्धारित किये गये हैं :-

कक्षा 8 या अंतिम आयोजित परीक्षा में प्राप्त अंक 50 %
ऑनलाइन क्विज में प्रदर्शन 10%, विज्ञान मेले में भागीदारी (पिछले 3 वर्षों में स्कूल / जिला / राज्य और ऊपर के स्तर पर) 2/5/10%, ओलंपियाड या समकक्ष में रैंक (पिछले 3 वर्षों में स्कूल / जिला / राज्य और ऊपर के स्तर पर 1 से 3 रैंक) 2/4/5%, खेल प्रतियोगिताओं के विजेता (पिछले 3 वर्षों में स्कूल / जिला / राज्य और ऊपर के स्तर पर 1 से 3 रैंक) 2/4/5%, पिछले 3 वर्षों में स्काउट और गाइड / एनसीसी / एनएसएस सदस्य 5%
पंचायत क्षेत्र स्थित ग्राम/ग्रामीण विद्यालय में अध्ययनरत 15%, प्रत्येक राज्य/संघ राज्य क्षेत्र से न्यूनतम भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसरो के सात केंद्रों भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (आईआईआरएस), देहरादून, विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी), तिरुवनंतपुरम, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी), श्रीहरिकोटा, यू.आर. राव उपग्रह केंद्र (यूआरएससी), बेंगलुरु, अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एसएसी), अहमदाबाद, राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी), हैदराबाद, उत्तर-पूर्व अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एनई-एसएसी), शिलांग पर यह कार्यक्रम की योजना बनाई गई है।

चयनित छात्र की यात्रा के लिए व्यय (द्वितीय एसी ट्रेन किराया या एसी (वोल्वो सहित) राज्य सरकार द्वारा बस किराया या निकटतम रेलवे स्टेशन/बस्ट टर्मिनल से रिपोर्टिंग केंद्र और वापसी के लिए अधिकृत परिवहन), संपूर्ण पाठ्यक्रम के दौरान पाठ्यक्रम सामग्री, आवास और भोजन आदि का वहन इसरो द्वारा किया जाएगा।

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