प्रदूषण को कम करने और कम उम्र में ड्राइविंग के खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए पहल की गई:-
कुसुम विद्यालय के लगभग 3000 विद्यार्थियों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक साइकिल का प्रयोग किया:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड शहर को हरा-भरा, सुंदर और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कम उम्र में ही वाहन चलाने वाले छात्रों के कारण हादसों का भी खतरा बना रहता है। तो भारत में पहली बार वलसाड के कुसुम विद्यालय द्वारा “साइकिल 2 स्कूल” कार्यक्रम शुक्रवार 24 मार्च को आयोजित किया गया। जिसमें जिलाधिकारी क्षिप्रा आग्रे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर क्षिप्रा आग्रे ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को साइकिल चलाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पर्यावरण को बनाए रखने के लिए शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाना जरूरी है। वाहनों के अत्यधिक प्रयोग के कारण प्रदूषण की मात्रा दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए दैनिक जीवन में साइकिल का उपयोग अनिवार्य है। वहीं जिलाधिकारी ने छात्रों और समाज के व्यापक हित में साइकिल के उपयोग के संबंध में सड़क, यातायात आदि जैसी कोई समस्या होने पर मदद करने का आश्वासन दिया।
कुसुम विद्यालय की मैनेजिंग ट्रस्टी अर्चनाबेन देसाई ने कहा कि छात्रों को कम उम्र में ही वाहन चलाते देखा जा रहा है, जो बच्चों और अभिभावकों के लिए भी खतरनाक है। साइकिल के प्रयोग से न केवल इन विभिन्न समस्याओं का अंत होगा बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी साइकिल का उपयोग अनिवार्य होगा। शुक्रवार को स्कूल में केवल साइकिल की अनुमति थी। साथ ही अभिभावकों को जीवन शैली में साइकिल का प्रयोग करने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कुसुम विद्यालय के लगभग 3000 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक साइकिल का प्रयोग किया।
बीवाईसीएस इंडिया फाउंडेशन के निदेशक डॉ. भैरवी जोशी ने साइकिल टू स्कूल कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि वलसाड के कुसुम विद्यालय स्कूल में भारत में पहली बार “साइकिल 2 स्कूल” कार्यक्रम किया जा रहा है, जो काबिले तारीफ है। यह कार्यक्रम छात्रों और अभिभावकों के बीच जागरूकता भी पैदा करेगा। पूरे कार्यक्रम का सफल आयोजन स्कूल के नियोजक विवेकभाई देसाई द्वारा किया गया।