मंत्री राघवजीभाई पटेल ने ठेका एजेंसी से आग्रह किया है कि जेट्टी का काम समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए:-
मंत्री ने मछुआरा समुदाय के भाइयों की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए भी अपनी सहमति दी:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। गुजरात में सर्व प्रथम वलसाड जिला के पारडी तालुका के उमरसाडी गांव में 24.65 करोड़ रुपये की लागत से पहला फ्लोटिंग जेट्टी (फिश लैंडिंग सेंटर) तैयार किया जा रहा है, जिसका काम पूरा होने वाला है। वहीं शुक्रवार 14 अप्रैल को कृषि, पशुपालन, मवेशी प्रजनन, मत्स्य पालन, ग्राम आवास और ग्राम विकास राज्य मंत्री राघवजीभाई पटेल ने राज्य के वित्त, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल मंत्री कनुभाई देसाई के साथ दौरा किया और जेट्टी के कामकाज का निरीक्षण किया और मछुआरा समुदाय के सदस्यों की समस्याओं को भी सुना और उसके समाधान के लिए आश्वासन दिया।
वलसाड जिला के एक दिवसीय हवाई दौरे पर आये हुए मंत्री राघवजीभाई पटेल ने वित्त मंत्री कनुभाई देसाई के साथ उमरसाडी में निर्माणाधीन राज्य का पहला अत्याधुनिक फ्लोटिंग जेट्टी का निरीक्षण किया। मंत्री कनुभाई ने इस समय मौजूद ड्रेजिंग ठेकेदार को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि चूंकि अगले माह के बाद मानसून का मौसम शुरू हो जाएगा, इसलिए जेट्टी से संबंधित कार्य समय सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण कार्य के साथ पूरा किया जाए। मंत्री श्री देसाई ने समय सीमा में कार्य पूर्ण नहीं करने पर ठेका एजेंसी के विरुद्ध कार्रवाई करने का अधिकारियों से आग्रह किया। इसके अलावा फ्लोटिंग जेट्टी की सड़क और स्लैब का काम लंबित होने के कारण मंत्री कनुभाई ने एक अन्य एजेंसी के ठेकेदार को 24*7 काम करने के लिए कहा। साथ ही समय-सीमा में कार्य को गति व गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त मशीनों का उपयोग करने का सुझाव भी दिया। साथ ही मंत्री कनुभाई देसाई ने कहा कि फ्लोटिंग जेट्टी का काम वर्ष 2014 से शुरू किया गया था जो अब पूरा होने जा रहा है। इस बीच मैं उन सभी मछुआरा भाइयों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने सरकार में धैर्य और विश्वास रखा है।
मंत्री राघवजीभाई पटेल ने कहा कि राज्य के वरिष्ठतम कैबिनेट मंत्री कनुभाई देसाई के अथक प्रयासों से यह फ्लोटिंग जेट्टी आकार ले रही है। इस जेट्टी का कार्य समय सीमा के भीतर और गुणवत्ता के साथ पूरा होना अति आवश्यक है। चूंकि यह आईआईटी मद्रास द्वारा डिजाइन किया गया गुजरात का अब तक का पहला फ्लोटिंग जेट्टी होने जा रहा है, मछुआरा समुदाय को चिंता करने की जरूरत नहीं है। इस जेट्टी के बनने से मछुआरों को उनके घर के दरवाजे पर ही रोजगार मिलेगा।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित मछुआरा समाज के नेताओं ने भी लिखित रूप में मंत्री को अपने उत्कृष्ट प्रश्न प्रस्तुत किए। इसके अलावा गांव के मछुआरा समुदाय के अग्रणी रमेशभाई हरिभाई टंडेल ने कहा कि देश-विदेश में मछली पकड़ने का मेरा 65 साल का अनुभव कहता है कि मिट्टी हटाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि बांध बनाना जरूरी है। इसके अलावा फ्लोटिंग जेट्टी में लंगर डालना जरूरी है। इसके अलावा घाट के किनारे दीवार बनाने का भी प्रस्ताव रखा गया था। इस बारे में ठेका एजेंसी के मैनेजर ने बताया कि यह फ्लोटिंग जेट्टी आईआईटी मद्रास के मार्गदर्शन में बनाया जा रहा है। इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है।
इस अवसर पर माछी महाजन मंडल और सीमेंस मंडल सहित संगठनों और नेताओं ने दोनों कैबिनेट मंत्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और फ्लोटिंग जेट्टी के लिए मंत्री कनुभाई देसाई और पूरी गुजरात सरकार को धन्यवाद दिया।