जिले के सभी सरकारी कर्मचारी व अधिकारी हेलमेट व सीट बेल्ट अवश्य लगाएं :- प्रभारी जिलाधिकारी मनीष गुरवानी
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक वलसाड जिला प्रभारी कलेक्टर मनीष गुरवानी की अध्यक्षता में हुई। वहीं यातायात नियमों के क्रियान्वयन के लिए जिला प्रशासन द्वारा नई पहल करने की घोषणा की गई। जिसके अनुसार जिले और तालुका के सभी सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट अनिवार्य किया जाएगा। इसलिए सबसे पहले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को यातायात नियमों का पालन करना होगा और फिर जिले के सभी लोगों को इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करना होगा।
बैठक के दौरान जिला पुलिस प्रमुख डॉ. राजदीप सिंह झाला ने कहा कि जिले में हर महीने 30 से अधिक दुर्घटनाएं होती हैं। जिसमें व्यक्ति की जान चली जाती है। इसलिए, दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए एक जिला सड़क सुरक्षा कार्य योजना बनाई गई है। जिसके तहत प्रत्येक सरकारी कर्मचारी व अधिकारी को हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग अनिवार्य रूप से करना होगा। सबकी जान कीमती है। जिला आरटीओ अधिकारी निकुंज गजेरा ने कहा कि डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ाने, ब्लीकर चालू करने, सफेद पट्टी लगाने, ओवरब्रिज पर लाइट लगाने, सर्विस रोड पर ब्रिज उतरते ही स्पीड ब्रेकर लगाने, पारडी आईटीआई से 100 मीटर आगे स्पीड लिमिट बोर्ड लगाने, हादसों को रोकने के लिए जिले में 24 ब्लैक स्पॉट, रोड मार्किंग, मेटल डिवाइडर गैप को बंद करने की जानकारी दी।
जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा परिषद एवं प्रभारी जिलाधिकारी मनीष गुरवानी ने जिले की सभी नगरपालिकाओं से मुख्य सड़क पर दबाव को दूर करने के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आग्रह किया। जिसमें वलसाड के अब्रामा, हालर रोड व तीथल रोड पर दबाव हटाकर तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है। इसके अलावा पैदल यात्री जिले में अनाधिकृत गड्ढों से गुजरने की कोशिश करते हैं और दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं इसलिए ऐसे गड्ढों को तत्काल बंद करने को कहा गया है। इसके अलावा जिले के स्कूल-कॉलेजों में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित कर जांच करने को कहा गया है। वलसाड जिला पुलिस प्रमुख डॉ. राजदीपसिंह झाला ने कहा कि पुलिस व आरटीओ द्वारा फरवरी 2023 में हेलमेट, काला शीशा, सीट बेल्ट, साइलेंसर मॉडिफिकेशन व कम उम्र के चालक सहित कुल 2764 मुकदमे दर्ज कराये गये और 14,73,500 का जुर्माना वसूला गया है। इसके अलावा, पुलिस प्रमुख डॉ. झाला ने उन लोगों को गुड सेमेरिटन कानून की जानकारी दी, जिन्हें अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था, ताकि घायलों को गोल्डन ऑवर के दौरान इलाज मिल सके। इसके अलावा यह भी कहा गया कि शहर के फुटपाथों पर से दबाव हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
इस बैठक में प्रायोजना अधिकारी अतिराग चपलोत (आईएएस), रेजिडेंट अपर कलेक्टर अनसूया आर. झा, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण- भरूच प्रबंधक राहुल जालान, वलसाड के पुलिस उपाधीक्षक एके वर्मा, वापी के डीवायएसपी बीएन दवे, पारडी और धरमपुर के प्रांतीय अधिकारी सर्वश्री डीजे वसावा, केतुल इटालिया, सिविल सर्जन डॉ. भावेश गोयानी और संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।