दो दशकों में 3869 याचिकाकर्ताओं को आमने-सामने सुना गया और सहानुभूतिपूर्वक समाधान किया गया:-
20 साल में ग्राम स्तरीय स्वागत कार्यक्रम में 1634, तालुका स्तर पर 7166, जिला स्तर पर 2086 और राज्य स्तर पर 16 आवेदन आए:-
जिग्नेश सोलंकी
स्टार मीडिया न्यूज,
वलसाड। जनता की समस्याओं और मुद्दों का त्वरित, पारदर्शी और सहज सकारात्मक समाधान ही सुशासन की सच्ची परिभाषा कही जा सकती है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी द्वारा वर्ष 2003 में शुरू किए गए स्वागत कार्यक्रम को राज्य के मृदु और दृढ़ मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल ने आनलाइन फरियाद निवारण कार्यक्रम स्वागत को ज्यादा असरकारक पद्धति अमल में लाया है। स्वागत कार्यक्रम चार चरणों में गांव, तालुका, जिला और राज्य स्तर पर लोगों के मुद्दों को संबोधित करता है ताकि गांवों और शहरों में रहने वाले लोगों के मुद्दों को न्यायिक रूप से हल किया जा सके। स्वागत कार्यक्रम दिन प्रतिदिन इतना व्यापक हो गया कि हर साल आवेदकों की संख्या बढ़ती गई और लोगों को उनकी समस्याओं का सुखद समाधान मिलता गया। पिछले 20 वर्षों में, वलसाड जिले में चार चरणों में 10,902 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसमें से 10,577 आवेदनों का निस्तारण सकारात्मक किया गया। इसके अलावा 3869 याचिकाकर्ता आमने-सामने मिले और उनकी शिकायतें सुनीं गई और सहानुभूतिपूर्वक उनकी समस्याओं का समाधान करने में सफलता मिली।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी ने स्वागत कार्यक्रम की शुरुआत एक छोटे से बीज से की जो दो दशकों के बाद बरगद के पेड़ के रूप में विकसित हुआ है। जिन समस्याओं के लिए लोग छोटे-बड़े काम के लिए भागदौड़ करते थे, उन्हें अब स्वागत कार्यक्रम में संवेदनशीलता के साथ तेजी से हल किया जा रहा है। आवेदकों के चेहरे पर संतोष साफ नजर आ रहा है। स्वागत कार्यक्रम की लोकप्रियता विशेष रूप से गुजरात के वलसाड जिले में देखी जा सकती है। स्वागत मुद्दों के त्वरित समाधान के साथ कार्यक्रम ने पिछले 20 वर्षों में सफलता की ऊंचाइयों को छुआ है। साथ ही अपने अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ी है।
वलसाड जिले में पिछले 20 वर्षों में ग्राम स्तरीय स्वागत कार्यक्रम में कुल 1634 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिनमें से 1595 आवेदनों का सकारात्मक निस्तारण किया गया। जबकि 32 आवेदनों में सरकारी खातों की कोई भूमिका नहीं होने के कारण आवेदन का नकारात्मक निस्तारण कर दिया गया। तालुका स्वागत कार्यक्रम में 7166 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 7045 आवेदनों का सौहार्दपूर्ण ढंग से समाधान किया गया जबकि 113 आवेदनों का निस्तारण नकारात्मक रूप से किया गया। दो दशकों के दौरान जिला स्वागत कार्यक्रम में 2086 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1923 आवेदनों का सकारात्मक दृष्टिकोण से निस्तारण किया गया। जबकि 148 आवेदनों का निस्तारण निगेटिव किया गया। इसके अलावा 20 वर्षों के दौरान राज्य स्तरीय स्वागत कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के समक्ष वलसाड जिले के 16 प्रश्न प्रस्तुत किए गए। जिसमें से 15 प्रश्नों को सकारात्मक रूप से हल किया गया जबकि 1 प्रश्न को नकारात्मक रूप से हल किया गया क्योंकि यह सरकार से संबंधित नहीं था। इस प्रकार जिले में 20 वर्षों के लम्बे सफर में स्वागत कार्यक्रम में 10,902 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से 10,577 आवेदनों का निष्ठापूर्वक निराकरण किया गया।
वलसाड जिला स्तरीय स्वागत कार्यक्रम में वर्ष 2003-04 से 2008-09 तक एक भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ, लेकिन 2009-10 के बाद आवेदनों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई। जो आज तक जारी है। आज का स्वागत कार्यक्रम जनता के चेहरे पर मुस्कान का कारण है। वलसाड जिलाधिकारी श्री क्षिप्रा आग्रे , जिला विकास अधिकारी श्री मनीष गुरवानी एवं जिला पुलिस प्रमुख डॉ. राजदीपसिंह झाला ने प्रशासनिक व्यवस्था का नेतृत्व कर लोगों की समस्याओं का समाधान किया। इसलिए कई हितग्राही कह रहे हैं कि स्वागत कार्यक्रम का मतलब सुखद और समस्या का त्वरित समाधान है। जो स्वागत जनसेवा का प्रभावी साधन बन गया है।