जिलाधिकारी श्रीमती क्षिप्रा आग्रे के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आवेदकों की शंकाओं का त्वरित समाधान किया गया:-
हर महीने राजस्व प्रदर्शन का आकलन करने के लिए राज्य सरकार द्वारा जिला स्कोर मैट्रिक्स मॉड्यूल लागू किया गया है:-
कामकाज का अधिक बोझ वाले अहमदाबाद और सूरत समेत 10 जिलों के ग्रुप-1 में वलसाड का भी समावेश:-
रिपोर्ट: जिग्नेश सोलंकी
स्टार मीडिया न्यूज,
वलसाड। पूरे राज्य में लोगों के राजस्व संबंधी मुद्दों का त्वरित समाधान किया जा सके और राजस्व संचालन से संबंधित लंबित आवेदनों को समय सीमा के भीतर निपटाया जा सके, इसके लिए राज्य सरकार के राजस्व विभाग द्वारा जिला स्कोर मैट्रिक्स मॉड्यूल को लागू किया गया है ताकि जिसमें राज्य के सभी जिलों के राजस्व प्रदर्शन की हर महीने समीक्षा की जाती है और जिलों को रैंक दिया जाता है। वलसाड जिलाधिकारी श्रीमती क्षिप्रा आग्रे के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में वलसाड जिला के तमाम राजस्व का काम समय मर्यादा में किए जाने से ग्रुप-1 में समाविष्ट राज्य के महानगरों की तुलना में वलसाड जिला प्रथम व द्वितीय स्थान पर सतत 4 महीने से आरूढ़ रहकर अन्य जिलों को पारदर्शक व त्वरित काम करने का मिशाल कायम कर रहा है।
राज्य सरकार द्वारा याचिकाकर्ताओं को उचित न्याय दिलाने और राज्य भर में राजस्व संचालन में मामलों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक तकनीक की मदद से पारदर्शी और गतिशील प्रशासन चलाया जा रहा है। जिससे लोगों की समस्याओं का समय सीमा के भीतर निस्तारण हो जाने से लोगों के चेहरे पर संतोष की खुशी देखी जा रही है। एकीकृत राजस्व मामला प्रबंधन प्रणाली, एकीकृत ऑनलाइन राजस्व आवेदन और वेब पोर्टल जैसे ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से राज्य के सभी जिलों के राजस्व प्रदर्शन की समीक्षा के लिए एक जिला स्कोर मैट्रिक्स मॉड्यूल बनाया गया है। जिसमें सभी 33 जिलों को कार्यभार के आधार पर 3 समूहों में बांटा गया है। जिनमें वलसाड को अधिक कार्यभार वाले जिलों के ग्रुप-1 में शामिल किया गया है।
वलसाड के साथ सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, गांधीनगर, कच्छ, मेहसाणा, आणंद और खेड़ा जिलों को भी ग्रुप-1 में शामिल किया गया है। जबकि ग्रुप-2 में साबरकांठा, गीर सोमनाथ, पाटन, मोरबी, नवसारी, बनासकांठा, भरूच, भावनगर, पंचमहल, अमरेली और सुरेंद्रनगर शामिल हैं। ग्रुप-3 में जूनागढ़, पोरबंदर, डांग, अरवल्ली, तापी, महिसागर, नर्मदा, दाहोद, बोटाद, छोटाउदेपुर, जामनगर और देवभूमि द्वारका शामिल हैं।
गैर-खेती वाली भूमि, संपत्ति में परिवर्तन, संपत्ति की बिक्री, विरासत, भूमि हथियाने, भूमि अधिग्रहण, स्टांप शुल्क और राजस्व फ़ाइल प्रबंधन सहित सभी राजस्व संचालन में वलसाड जिला समग्र राज्य में 100 में से 81.73% स्कोर फरवरी में, 100 में से 85.53% स्कोर मार्च में, 100 में से 86.61% अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। जबकि पिछले अप्रैल में 100 में से 87.3% अंक प्राप्त कर दूसरी रैंक हासिल की थी।
वलसाड जिला में समय सीमा के भीतर आवेदकों के राजस्व विभाग के प्रश्नों को हल करने के लिए जिलाधिकारी क्षिप्रा आग्रे एवं रेजिडेंट अपर समाहर्ता अनसूया आर. जहा द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों के निरंतर अनुश्रवण और उचित मार्गदर्शन के कारण वलसाड जिला पूरे राज्य में सार्वजनिक राजस्व कार्यों में सबसे आगे रहा है।