स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
मुंबई। दो हजारों रुपए के नोटों पर बंदी को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। पार्टी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने प्रधानमंत्री से पूछा है कि वे भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी पर कब बंदी लगाएंगे? उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी सरकार जनता से जुड़ी समस्याओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए 2000 की नोटों की बंदी का फरमान जारी कराया है । 8 नवंबर 2016 को काले धन पर लगाम लगाने के नाम पर 500 और 2000 के नोटों को बंद किया था। काला धन तो नहीं आया अलबत्ता बैंकों की लाइन में लगे सैकड़ों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। एक बार फिर मोदी सरकार काले धन पर लगाम लगाने के नाम पर, नोटबंदी का तोहफा लेकर आई है। एकबार फिर आम आदमी बैंकों में लंबी लाइन लगाने के लिए मजबूर कर दिया गया है। फिर निर्दोष लोगों की जानें जाएगी और मोदी सरकार इसकी झूठी उपलब्धियां गिनाने में सक्रिय हो जायेगी। आनंद दुबे ने कहा कि ऐसा लगता है कि कर्नाटक में मिली करारी हार के बाद मोदी सरकार आत्ममंथन करने की बजाय जनता को परेशान कर अपना गुस्सा निकाल रही है।