मैंगो फेस्टिवल में 50 से अधिक स्टालों पर आम की 113 स्थानीय और विदेशी किस्मों का प्रदर्शन किया जाएगा और आम प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी:-

जिले के कुल 37344 हेक्टेयर क्षेत्रफल में से 20 से 22 हजार हेक्टेयर में केसर व 9 से 10 हजार हेक्टेयर में हाफुस आम की खेती होती है:-
जिला में 350 किसानों का Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority (APEDA) अंतर्गत पंजीयन कराया गया:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड जिला की जलवायु आम की फसल के लिए अत्यंत उपयुक्त होने के कारण वलसाड देश और विदेशों में आम की फसल के लिए प्रसिद्ध है। वहीं जिला प्रशासन ने आजादी का अमृत महोत्सव और अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के अंतर्गत आम की फसल के महत्व को बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि स्थानीय किसानों को उनके आम के अच्छे दाम मिले, इस हेतु से 27 और 28 मई को तीथल बीच पर मैंगो फेस्टिवल 2023 का पहली बार आयोजन किया गया है। जिसके संबंध में 26 मई को वलसाड जिला कृषि कार्यालय, उद्यानिकी कार्यालय एवं आत्मा परियोजना के संयुक्त प्रयास से वलसाड कलेक्टर कार्यालय के सभागार में पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया।
पत्रकार परिषद में जिला उद्यानिकी कार्यालय के नायब नियामक निकुंज पटेल ने कहा कि किसानों के खेतों से आम सीधे स्थानीय लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से आम महोत्सव का आयोजन किया गया है। जिसमें किसान अपना आम सीधे खेत से लाकर ग्राहकों को अच्छी गुणवत्ता वाली तथा विभिन्न किस्मों की आम एक ही स्थल पर मिले, इसके लिए 50 से अधिक स्टालों की व्यवस्था की गई है। आम प्रसंस्करण कंपनियों, निर्यातकों, किसान उत्पादक कंपनियों, बैंकों और सखी मंडल को भी स्टॉल दिए गए हैं। मैंगो फेस्टिवल के माध्यम से यह भी प्रयास किया जा रहा है कि कंपनियों और किसानों के बीच सीधी बैठक हो और कंपनियों द्वारा उनके आमों की सीधी खरीद के उद्देश्य से किसानों और कंपनियों के बीच एमओयू हो। वलसाड के आम की विदेशों में भी सराहना होती है। वलसाड जिला में 350 किसानों का Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority (APEDA) अंतर्गत पंजीयन कराया गया है। एक अनुमान के मुताबिक वे 100 टन आम का निर्यात कर विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहे हैं।
जिला कृषि अधिकारी ए. के. गरासिया ने बताया कि आम महोत्सव के दौरान किसानों को आम की फसल की खेती की वैज्ञानिक विधि, कीट नियंत्रण, कटाई उपरांत मूल्यवर्धन और प्रबंधन तथा बागायत, खेतीवाड़ी व आत्मा विभाग में चल रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिलती रहे, इसके लिए किसान सेमिनार का भी आयोजन महोत्सव में किया जायेगा।
आत्मा प्रोजेक्ट के डायरेक्टर धीरेंद्रभाई पटेल ने कहा कि जिले में हाफुस और केसर की बिक्री और रोपण बड़ी मात्रा में होता है। वर्तमान में जिले में कुल 37344 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की फसल की खेती होती है। जिसमें से 20 से 22 हजार हेक्टेयर में केसर, 9 से 10 हजार हेक्टेयर में हाफुस तथा शेष में अन्य आम की बुवाई होती है। मैंगो फेस्टिवल में आम की देशी व विदेशी 113 किस्मों की प्रदर्शनी एवं आम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक खेती का स्टॉल भी लगाया गया है। एपीएमसी के भाव के अनुसार लोग स्टॉल से आम खरीद सकेंगे। किसानों को आम की फसल के संबंध में मार्गदर्शन देने के लिए सेमिनार का भी आयोजन किया गया है। बिचौलियों को खत्म करने के लिए नाबार्ड द्वारा 8 एफपीओ शुरू किए गए हैं। जिससे किसान सीधे अपना माल बेच सकेंगे।
इस बैठक में कृषि, बागवानी, आत्मा परियोजना, नाबार्ड के जिला प्रबंधक गौरव कुमार, वलसाड जिला सूचना कार्यालय के प्रभारी वरिष्ठ उप संपादक अक्षय देसाई और वलसाड जिले के बड़ी संख्या में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कार्यकर्ता उपस्थित थे।