शिक्षा ही हमारा भविष्य है और इसके उपयोग से ही भारत सुपर इकोनॉमिक पावर बनेगा- मंत्री श्री नितिन गडकरी
भारत को ऊर्जा आयातकर्ता देश से निर्यातकर्ता देश बनाना है – मंत्री नितिन गडकरी
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने गुजरात के वित्त, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल मंत्री कनुभाई देसाई, रोफेल के चेयरमैन पद्मभूषण रज्जू श्रॉफ और उनकी पत्नी सान्द्रा श्रॉफ की उपस्थिति में वापी जीआईडीसी में वलसाड की प्रथम व एकमात्र युनिवर्सिटी “रज्जू श्रॉफ रोफेल युनिवर्सिटी ” का उद्घाटन किया। साथ ही साथ मंत्री श्री नितिन गडकरी ने युनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन ‘ज्ञान आनंद भवन’ का भूमिपूजन व खातमुहूर्त भी किया। इसके साथ ही मोहनगाम के पास फ्लाई ओवर ब्रिज बनाने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि शिक्षा ही पावर है और जब शिक्षा को व्यक्तिगत संपदा में बदला जाए तो देश का सच्चा विकास संभव है। भारत देश को शिक्षा के उचित उपयोग के माध्यम से देश को एक ऊर्जा आयातकर्ता देश से एक ऊर्जा निर्यातकर्ता देश में बदलने का आह्वान किया। कोई भी वस्तु या व्यक्ति व्यर्थ नहीं है, अपशिष्ट से धन बनाने के लिए कार्य किया जाना चाहिए। आज हमारी जीडीपी ग्रोथ में कृषि की हिस्सेदारी महज 12 फीसदी है, जिसे बढ़ाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। आज भारत में सबसे ज्यादा युवा शक्ति है और माना जा रहा है कि अगले पांच साल में भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। प्रशिक्षण, अनुसंधान और विकास शिक्षा के सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं और यह युनिवर्सिटी छात्रों को इनमें से प्रत्येक कारक से अवगत कराकर हमारी भावी पीढ़ी को बनाने के लिए बहुत अच्छा प्रयास कर रहा है। आशा और विश्वास है कि यह युनिवर्सिटी मूल्य आधारित शिक्षा प्रणाली और मूल्य आधारित परिवार प्रणाली प्रदान करेगा। शिक्षा हमारा भविष्य है और इसके उपयोग से ही भारत एक महा आर्थिक शक्ति बनेगा। इस आशा के साथ कि यह विश्वविद्यालय एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेगा, उन्होंने सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी और विश्वास व्यक्त किया कि रज्जू श्रॉफ रोफेल युनिवर्सिटी विश्व स्तर पर बहुत आगे बढ़ेगा।
वापी में रोफेल ट्रस्ट के माध्यम से कई शिक्षण संस्थाएं कार्यरत हैं:-
1985 में वापी में स्थापित रोफेल ट्रस्ट की पहल के अंतर्गत वापी क्षेत्र में कई शैक्षणिक संस्थाएं चल रही हैं, जो अब स्वनिर्भर रज्जू श्रॉफ रोफेल युनिवर्सिटी के अंतर्गत काम करेंगे। वर्तमान में इस युनिवर्सिटी में रोफेल श्री जी.एम. बिलखिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी, जीआईडीसी रज्जू श्रॉफ कॉलेज रोफेल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एमबीए), जीआईडीसी रज्जू श्रॉफ कॉलेज रोफेल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (बीबीए) और रोफेल मिस्टर जी.एम. बिलखिया कॉलेज ऑफ एप्लाइड सायंसीज (बीसीए) कॉलेज कार्यरत है। नए शैक्षणिक सत्र से युनिवर्सिटी द्वारा लॉ और बीएससी कोर्सों को शामिल करेगा।
मंत्री ने रज्जूभाई सराफ की सराहना की:-
मंत्री ने सामाजिक, शैक्षिक और कृषि अनुसंधान में रज्जूभाई श्राफ के योगदान की सराहना की। इसके साथ ही पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों में औद्योगिक आत्मनिर्भरता की भावना विकसित हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को दुनिया की शीर्ष आर्थिक महाशक्ति बनाने के सपने को प्रेरणा प्रदान की।
बिना इंफ्रास्ट्रक्चर के किसी देश का विकास संभव नहीं:-
इस क्षेत्र में वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए कृषि योग्य भूमि की उपलब्धता के कारण कुछ कठिनाइयाँ थीं लेकिन किसानों सहित सभी के सहयोग से काम अच्छा चल रहा है। साथ ही इस एक्सप्रेसवे को महाराष्ट्र के वसई विरार से नरीमन प्वाइंट तक बढ़ाया जाना है। यह एक्सप्रेसवे देश के विकास को भी गति देगा और मौजूदा राजमार्गों पर भार कम करेगा। इसीलिए बिना इंफ्रास्ट्रक्चर के किसी देश का विकास संभव नहीं है।
इस अवसर पर सांसद डॉ. के. सी. पटेल, कपराड़ा विधायक जीतूभाई चौधरी, पद्मश्री गफूरभाई बिलखिया, ट्रस्ट के ट्रस्टी, रोटरी क्लब के अध्यक्ष एवं सदस्य, वापी नगर पालिका अध्यक्षा श्रीमती कश्मीरा शाह, भाजपा जिला संगठन अध्यक्ष हेमंत कंसारा, महामंत्री कमलेश पटेल, विश्वविद्यालय के कर्मचारी, छात्र और नेता उपस्थित थे।