प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3.50 लाख रुपए की सहायता और कुटीर ज्योति योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन से हुआ दूर अंधेरा
जीवन भर की पूंजी बेटी की शादी और बेटे की पढ़ाई में खर्च कर दी, साकार नहीं हो सका घर का सपना :- लाभार्थी संजय भाई
संकलनः जिग्नेश सोलंकी
स्टार मीडिया न्यूज वलसाड। “जहां लोग वहां सुविधाएं” नाम से गुजरात सरकार गरीबों और वंचितों को आवास से लेकर मुफ्त बिजली कनेक्शन तक सब कुछ देकर उनका विकास कर रही है ताकि वे सम्मानित जीवन जी सकें। जिसके कारण एक गरीब व्यक्ति भी सर ऊंचा करके जीवन जी रहा है। ऐसे ही एक अनुसूचित जाति लाभार्थी वलसाड जिला के धरमपुर तालुका से है, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत पक्का घर और कुटीर ज्योति योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन का लाभ मिला है। वंचितों के विकास के उद्देश्य से गुजरात सरकार की योजना से उन्हें पक्की छत मिली और घर में अंधेरा दूर हो गया तथा उनके जीवन में अब रोशनी फैल गई है।
धरमपुर नगर पालिका में सफाई कर्मचारी का काम करने वाले और धरमपुर के कैलास रोड स्थित वाल्मीकि नगर में रहने वाले संजयभाई नानूभाई सोलंकी के 2 बेटियां और एक बेटा है। जिसमें बड़ी बेटी रोशनी को उसके ससुर ने भगा दिया है। वर्तमान में वह अपनी दूसरी बेटी गायत्री (उम्र 20), बेटे मिहिर (उम्र 19) और पत्नी नयनाबेन के साथ रहते हैं। सरकारी योजना के लाभ से उनके जीवन स्तर में कैसे बदलाव आया है, यह उत्साहपूर्वक बताते हुए संजयभाई कहते हैं कि पहले कच्चे घर की छत पतरे की थी और दीवारें भी पतरे की। जिसमें बारिश, आंधी-तूफान और मानसून के दौरान बाढ़ का पानी, गर्मी के मौसम में असहनीय भीषण गर्मी के दौरान घर में दो घंटे भी चैन से नहीं रह पाता था और सर्दियों में कच्चे घर में कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ता था। एक अच्छा घर बनाने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं था। नौकरी से जो भी आमदनी होती थी वह घर के खर्च और बच्चों की पढ़ाई पर खर्च हो जाती थी। बचत को बड़ी बेटी की शादी में खर्च कर दिया। ऐसे में अपना घर बनाने का सपना भी नहीं देखा जा सकता था। एक दिन नगर पालिका में सफाई का काम करते हुए एक वरिष्ठ मित्र ने कहा कि नगर पालिका में प्रधानमंत्री आवास योजना के फॉर्म भरे जा रहे हैं तो मैं तुरंत फॉर्म भर दिया और 3 महीने बाद 2019-20 में एक दो लाख नहीं बल्कि साढ़े तीन लाख रुपये की सहायता मकान बनाने के लिए स्वीकृत हुआ, जो वास्तव में मेरे लिए दिवास्वप्न जैसा था। विश्वास नहीं था कि सरकार इतना पैसा देगी। सरकारी मदद और पीएफ की बचत से स्लैब वाला पक्का घर जरूरत के हिसाब से तैयार होने पर घर का सपना साकार हो गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का लाभ लेकर सभी कष्टों को समाप्त कर अब जीवन जन्नत बन गया है। क्योंकि गुजरात सरकार की कुटीर ज्योति योजना के अंतर्गत अंधरे घरों को बिजली से रोशन करने के अनूठे अभियान के अंतर्गत बीपीएल और गरीब परिवारों को भी मुफ्त बिजली कनेक्शन का लाभ मिला। वहीं बिजली कंपनी द्वारा बिजली बचाने के लिए सीएफएल बल्ब भी मुहैया कराए गए हैं। जिससे बिजली के अविरल प्रवाह से घर का अँधेरा दूर हो गया है और बच्चे घर में ही पढ़कर अपने अनमोल भविष्य को संवार रहे हैं।
अंत में लाभार्थी संजयभाई सोलंकी ने कहा कि यदि मुझे आवास योजना की सहायता नहीं मिली होती तो मेरा पक्का मकान का सपना पूरा नहीं हो पाता। घर में बिजली न होने से बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित और महिलाओं का जीवन मुश्किल हो गया होता। परंतु मुफ्त बिजली कनेक्शन के साथ सीएफएल बल्ब मिलने से ऐसा लगता है कि अंधेरे युग से बाहर आ गए हैं। इसके लिए लाभार्थी ने राज्य व केंद्र सरकार का कृतज्ञता व्यक्त करते हुए आभार प्रकट किया।