चुनावी माहौल का फायदा उठाकर ब्लैकमेलिंग द्वारा कर रहे थे धन उगाही,
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो ,
वलसाड जिला । वलसाड जिला में फर्जी पुलिस का खौफ अब लोगों में बढ़ता जा रहा है। यह चौकाने वाला मामला वलसाड जिला में आया हैं। जिसमें एक गिरोह फर्जी अधिकारी बनकर लोगों में डर पैदा कर डकैती की वारदातों को अंजाम दे रहा है। वे खुद को पुलिस बताते हैं, घरों में घुसते हैं और चुनाव के दौरान घर में ज्यादा नकदी न रख पाने का बहाना बनाकर लूटपाट करते हैं। वहीं वलसाड जिला पुलिस ने कपराड़ा के अंभेटा गांव में होली के त्योहार के दौरान हुई चोरी की वारदात का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह डकैती और जबरन वसूली करने के लिए अनोखे तरीके अपनाता है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, होली के त्योहार के दौरान मनीषभाई रणछोड़भाई पटेल और उनके दोस्त और परिवार के लोग कपराड़ा के अंभेटा गांव में उनके घर पर इकट्ठा हुए थे। जश्न के बीच ही बिना नंबर प्लेट की कार में सवार होकर पांच अज्ञात व्यक्ति पुलिस अधिकारी बनकर आए और सीधे घर में घुस गए। बाद में चुनाव के दौरान जब वे घर में ज्यादा नकदी नहीं रख पाए तो उन्होंने इसकी घोषणा की और एक लाख रुपये की मांग की और लूट लिए। उन्होंने मनीष और उसके एक अन्य दोस्त का भी अपहरण कर लिया और उन्हें कोलक नदी के पास ले गए। उन्होंने परिवार से और फिरौती मांगी तथा एक लाख रुपए देने के बाद भी परिवार को 2.20 लाख रुपए देने पर मजबूर किया गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई और गिनती के समय पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और दो संदिग्ध फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं।
वलसाड जिला पुलिस अधीक्षक डॉ करनराज वाघेला के अनुसार कपराड़ा के अंभेटा गांव में डकैती और फिरौती की वारदात हुई, जिसके लिए वलसाड पुलिस ने अनिल बाबूभाई ढोडिया और संजय धीरूभाई ढोडिया को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 2.20 लाख रुपए और वारदात में इस्तेमाल की गई आर्टिगा कार भी जब्त की गई है। फिरौती की वारदात के संबंध में अंभेटा गांव के बाहर और भी जांच की गई है। मनीष ने होली के त्योहार की आड़ में त्योहार के लिए धन संग्रह और निवासियों की जरूरतों को पूरा करने में खुद को शामिल किया। जरूरत पड़ने पर लोन की सुविधा भी मुहैया कराई जाती थी। संजय मनीष द्वारा बनाई गई समिति का सदस्य था। उसके पास मनीष की संपत्तियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी थी, जिसके कारण डकैती की योजना बनाई गई। लूट की घटना में चंपक बहादुर पटेल, विक्रम उर्फ विकी छोटूभाई ढोडिया और संजय नटूभाई ढोडिया भी शामिल थे।
चूंकि , चुनाव की घोषणा हो चुकी है, इसलिए पुलिस और फ्लाइंग स्क्वॉड प्रमुख वित्तीय लेन-देन पर कड़ी नजर रखते हैं। यह गिरोह मौजूदा सूचनाओं का फायदा उठाकर सक्रिय था। गिरोह के सरगना संजय ढोडिया और अनिल ढोडिया ने जुलूस के दौरान डकैती भी की। चुनाव की घोषणा का फायदा उठाकर फर्जी पुलिस ने गिरोह के सरगना संजय ढोडिया और अनिल ढोडिया से जुड़े लोगों को धमकाया है। वे उनसे 2.20 लाख रुपए ऐंठने में कामयाब रहे हैं। तीन अन्य संदिग्धों चंपक बहादुर पटेल, विक्रम उर्फ विकी छोटूभाई ढोडिया और संजय नटूभाई ढोडिया को वांछित घोषित किया गया है। वलसाड पुलिस ने आरोपियों की रिमांड की सिफारिश की है। मामले की जांच जारी है और पुलिस हिरासत में आगे के खुलासे का इंतजार किया जा रहा है।