4.094 एमएलडी पानी को ट्रीट करने जीपीसीबी द्वारा मिली मंजूरी , उद्योगपतियों में खुशी की लहर:-
कृष्ण मिश्र ” गौतम”
स्टार मीडिया न्यूज,
वापी। वापी इंडस्ट्रियलिस्ट एसोसिएशन के प्रमुख सतीश भाई पटेल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि
वापी के उद्योगपतियों को जीपीसीबी से 4.094 एमएलडी औद्योगिक अपशिष्टों को सीईटीपी में उपचारित करने की अनुमति मिल गई है , जिससे वापी के उद्योगपतियों में खुशी का माहौल है।
लगभग 99 उद्योग इस अनुमोदन के लाभार्थी हैं, जिनमें से अधिकांश छोटे रसायन और दवा, कपड़ा और पेपर मिल उद्योग हैं। उन्हें वापी के उद्योगों को अपने उत्पादन और विस्तार से अपना उत्पादन बढ़ाने और नये रोजगार उपलब्ध कराने में गति मिलेगी।
पिछले कई दिनों से चल रहे नए उत्पादों के लिए वापी में उद्योगों के विस्तार और नए उद्योग स्थापित करने के लिए लगभग 90 से 100 रासायनिक, फार्मा, कपड़ा और पेपर मिलों को अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योगों से प्रदूषित पानी को सीईटीपी में उपचारित करने के लिए गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जीपीसीबी) से अनुमति के लिए वीआईए द्वारा प्रस्तुत किया गया था। किसी कारणवश यह अनुमति कई वर्षों तक नहीं मिल पाई। जिसके कारण इस औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के विकास की गति तेज नहीं हो पाई।
आगे सतीश भाई ने बताया कि राज्य के वित्त , पेट्रोकेमिकल्स एवं ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई ने इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए गांधी नगर में जीपीसीबी के अधिकारियों से गहन चर्चा की थी और आश्वासन दिया था कि जल्द मंजूरी मिलेगी। आखिर मेहनत रंग लाई।
जीपीसीबी अधिकारियों के साथ लगातार बैठके नतीजे ले कर आई , जिसमें वीआईए सलाहकार बोर्ड के सदस्य और वीआईए के पूर्व अध्यक्ष योगेशभाई काबरिया, वीआईए सलाहकार बोर्ड के सदस्य मिलनभाई देसाई, वीआईए अध्यक्ष सतीशभाई पटेल, वीआईए सलाहकार बोर्ड के सदस्य के मार्गदर्शन के माध्यम से ए.के. शाह और वीजीईएल के निदेशकों मगनभाई सावलिया, सुरेशभाई पटेल, सुनीलभाई अग्रवाल, कल्पेशभाई वोरा और वीआईए के पदाधिकारियों के मित्रों के निरंतर प्रयासों ने वर्तमान में 4.094 एमएलडी प्रदूषित औद्योगिक उपचार के लिए जीपीसीबी से मंजूरी प्राप्त कर ली है।