गुजरात के समुद्र से एक बार फिर 200 करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई. 6 पाकिस्तानियों को किया गया गिरफ्तार.
अहमदाबाद. गुजरात के समुद्र से एक बार फिर नशीला पदार्थ ड्रग्स पकड़ा गया है. इस बार 200 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है. इन दवाओं को गुजरात के आतंकवाद विरोधी दस्ते और तटरक्षक बल ने मध्य दरिया में संयुक्त अभियान के दौरान जब्त किया है. जब्त ड्रग्स की कीमत 200 करोड़ रुपये बताई जा रही है. जब्त नशीला पदार्थ करीब 40 किलोग्राम है. मिली जानकारी के मुताबिक ये नशीले पदार्थ पाकिस्तानी फिशिंग बोट अल तयासा में भरकर लाये जा रहे थे. ड्रग्स के साथ छह पाकिस्तानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है. इन दवाओं को पंजाब भेजा जाना था. गौरतलब है कि हाल ही में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने इस मामले में कहा था कि गुजरात पुलिस ड्रग्स नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. गुजरात पुलिस न केवल गुजरात से बल्कि अन्य राज्यों से भी ड्रग्स जब्त करती है.
गुजरात पुलिस विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. गुजरात पुलिस ने विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर कई राज्यों से नशीली दवाओं के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. पिछले एक साल में गुजरात पुलिस ने ड्रग्स पर हल्लाबोल किया है. गुजरात पुलिस ने कई एजेंसियों के साथ मिलकर गोलियों का सामना कर भारत-पाकिस्तान सीमा पर ड्रग्स को पकड़ा है. कई राज्यों में नशीली दवाओं के नेटवर्क के टूटने से गुजरात पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. वहीं कई राजनीतिक स्टंट किए जा रहे हैं. जो लोग महलों में अपना जीवन बिता चुके हैं, कभी जमीन पर नहीं उतरे, वे अब गुजरात पुलिस को बदनाम कर रहे हैं. ऐसे तमाम लोगों को गुजरात एटीएस ने करारा जवाब दिया है. न केवल गुजरात में बल्कि अन्य राज्यों से भी, गुजरात पुलिस ने भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियों की मदद से ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देश ड्रग मनी का इस्तेमाल कैसे करते हैं. अगर हम ड्रग्स पकड़ते हैं, तो पकड़ी जाती हैं. सूरत क्राइम ब्रांच के सामने कोई चलकर जमा नहीं कराता, बल्कि यह काम हिम्मत से करना पड़ता है. जबकि गुजरात पुलिस इस मामले में कार्रवाई करती रहेगी और पीछे नहीं हटेगी.
राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने राजनीतिक लोगों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘ड्रग्स जैसे विषयों पर राजनीति करने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है. जबकि देश में सत्ता में बैठे लोग ड्रग नेटवर्क को तोड़ना नहीं चाहते हैं. वे खुलेआम ड्रग्स लेकर बेचते हैं, फिर आंकड़े नहीं दिखाएंगे. हम ड्रग्स पकड़ते हैं तो आंकड़े भी दिखाएंगे. अगर संख्या बढ़ती है तो भी हम काम करना जारी रखेंगे. अधिक आंकड़े आने से कोई फर्क नहीं पड़ता, काम जारी रहेगा.