50 विद्यालयों में कक्षा 4 से कक्षा 9 में पढ़ने वाले कुल 8000 से अधिक विद्यार्थियों ने लिया भाग:-
ज्यादा मार्क लाने वाले विद्यार्थियों को रामचरित मानस परिवार द्वारा 4 धाम की कराई जायेगी यात्रा:-
श्यामजी मिश्रा
वलसाड। रामचरित मानस परिवार द्वारा वलसाड जिला में पहली बार रामायण के बालकाण्ड के ऊपर कक्षा 4 से कक्षा 9 में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए स्पर्धात्मक परीक्षा का आयोजन किया गया। स्पर्धात्मक परीक्षा में वलसाड जिला के 50 विद्यालयों में से 8000 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में संस्कार के सिंचन हेतु रामचरित मानस परिवार द्वारा स्पर्धात्मक परीक्षा का आयोजन किया गया। स्पर्धात्मक परीक्षा में 70 प्रतिशत से ज्यादा मार्क लाने वाले विद्यार्थियों को रामचरित मानस परिवार द्वारा 4 धाम की यात्रा कराई जायेगी।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद अब पूरा देश राममय बन गया है तो वहीं वलसाड जिला में रामायण के विषय पर अनोखी परीक्षा स्पर्धात्मक रूप में आयोजित की गई। जबकि पूरे देश में यह पहला प्रयास गुजरात प्रदेश के वलसाड जिला में रामायण विषय पर स्पर्धात्मक परीक्षा वलसाड जिला के तमाम विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई। जिसमें भगवान श्री राम व रामायण के विषय में विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को जानकारी मिले कि सनातन धर्म क्या है और उसकी जानकारी उन्हें प्राप्त हो, इसके लिए स्पर्धात्मक परीक्षा का आयोजन किया गया। रविवार को आयोजित प्रथम परीक्षा में रामचरित मानस की रामायण के बालकाण्ड विषय पर स्पर्धात्मक परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें वलसाड जिला के तमाम विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
रामचरित मानस परिवार के रामानंदी पथक के केवल रामदास त्यागी महाराज के नेतृत्व में आयोजित इस परीक्षा में वलसाड जिला के 50 विद्यालयों में कक्षा 4 से 9 में पढ़ने वाले कुल 8000 से अधिक विद्यार्थियों ने इस स्पर्धात्मक परीक्षा में भाग लिया। इस परीक्षा में रामायण में भगवान श्री राम के जन्म के बालकाण्ड के विषय पर प्रश्नोत्तरी दी गई थी। परीक्षा संचालकों द्वारा हिंदी में से गुजराती में ट्रांसलेट करके प्रश्न पत्रों को तैयार किया गया था, परंतु प्रश्न पत्रों में प्रिंटिंग के दौरान भूल सामने आने पर विद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों के प्रश्न पत्रों में हुई भूल को सुधार कर लिया गया था।