18 हजार छात्राओं के लिए रु. 51 लाख की लागत से सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन एवं डिस्पोजल मशीन की सुविधा उपलब्ध कराई गई
स्टार मीडिया न्यूज, वलसाड। वलसाड जिले के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए उनके मासिक धर्म के दौरान सैनिटरी पैड का उपयोग करने के लिए व सैनिटरी पैड डिस्पोजल के लिए सर्व प्रथम जिला में कुल 502 विद्यालयों में 51 लाख रुपए की लागत से जिला विकास अधिकारी मनीष गुरूवानी के मार्गदर्शन में सैनिटरी पैड वेडिंग मशीन व सैनिटरी पैड डिस्पोजल मशीन की सुविधा किशोरी स्वाभिमान प्रोजेक्ट के अंतर्गत उपलब्ध करायी गयी है। जिसका शुभारंभ सोमवार को जिला विकास अधिकारी के हाथों वलसाड तालुका के गुंडलाव प्राथमिक विद्यालय में किया गया।
इस मौके पर जिला विकास अधिकारी मनीष गुरवानी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत जिले की 18 हजार छात्राओं को कवर किया गया है। 502 स्कूलों में सैनिटरी पैड के लिए वेंडिंग मशीन और डिस्पोजल मशीन स्थापित की गई है, जिसके अंतर्गत 425 स्कूलों में और 77 स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत पैड की खरीदी और वितरण के लिए 15वें वित्त आयोग के तहत अनुदान प्रदान किया गया है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य उत्सव दिवस के अवसर पर रु. 2500 का अनुदान शामिल किया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के विद्यालयों में बालक एवं बालिकाओं को जिला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा सेनेटरी पैड एवं स्वच्छता जागरूकता को समझाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
जिला विकास अधिकारी मनीष गुरवानी ने वेंडिंग मशीन व डिस्पोजल मशीन के शुभारंभ के बाद स्कूली बच्चों के लिए सैनिटरी पैड पर प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा कि किशोरावस्था में माहवारी के दौरान साफ-सफाई बनाए रखने के लिए सैनिटरी पैड का उपयोग जरूरी है। इस अवसर पर मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. किरण पी. पटेल, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी एवं प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बीडी बारिया तथा अतिरिक्त जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विपुल गामीत, आरसीएचओ डॉ. एके सिंह, महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. मनोज पटेल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।