आदिवासी बच्चों को पढ़ाई के साथ रहने-खाने की सुविधा मिले, इसके लिए आश्रमशाला बनाई गई है:- मंत्री कनुभाई देसाई
गडी में 131 व गिरनारा में 143 विद्यार्थियों को अब नई आश्रमशाला का लाभ मिलेगा:-
8 क्लास रूम, स्टाफ ऑफिस, प्रिंसिपल ऑफिस और स्टाफ क्वार्टर के निर्माण के साथ ही सोलार पैनल भी लगाए गए हैं:-
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड जिला के धरमपुर तालुका के गडी गांव में 1 करोड़ रुपए और कपराडा तालुका के गिरनाला गांव में 1 करोड़ रुपये की लागत से अनुसूचित जन जाति के बच्चों के लिए जिला पंचायत द्वारा संचालित नवनिर्मित आश्रमशाला का उद्घाटन रविवार को झमाझम बारिश के शुभ वातावरण में वित्त, ऊर्जा एवं पेट्रोरसायन राज्य मंत्री श्री कनुभाई देसाई हाथों किया गया।
इस अवसर पर मंत्री श्री कनुभाई देसाई ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र भाई पटेल की अगुवाई में सरकार आदिवासी क्षेत्रों में विकास कार्यों को कर रही है। जिसमें खासकर शिक्षा में लगातार वृद्धि करने के लिए विशेष रूप से अनेक कार्य किए जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत आदिवासी बच्चों के लिए धरमपुर के गडी और कपराड़ा के गिरनाला में आवासीय विद्यालय के साथ आश्रमशाला और कैंटीन की पूरी व्यवस्था तैयार की गई है। जिसमें 15वीं में वित्त आयोग के अनुदान का उपयोग करने वाले जिला विकास अधिकारी श्री मनीष गुरवानी बधाई के पात्र हैं। धरमपुर विधायक श्री अरविंदभाई पटेल और कपराड़ा विधायक श्री जीतूभाई चौधरी के अथक प्रयासों से आदिवासी क्षेत्रों में अनेक विकास कार्य हो रहे हैं। साथ ही विकास कार्यों में भी लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और इस क्षेत्र को बदलने में सफलता भी मिली है।
धरमपुर की गडी आश्रमशाला में 50 लाख रुपए विकास आयुक्त कार्यालय की तरफ से 15वें वित्त आयोग में से, और 50 लाख रुपए वापी गुजरात थेमिस बायोसीन लि. कंपनी द्वारा सीएसआर फंड के तहत दिए गए थे। जिसमें से गडी आश्रमशाला में वर्तमान में अध्ययनरत 131 विद्यार्थियों के लिए विद्यालय भवन में 8 कक्षाओं के साथ-साथ स्टाफ कार्यालय एवं प्रिंसिपल कार्यालय भवन का निर्माण शामिल है। साथ ही बालकों के लिए 76 बिस्तरों तथा लड़कियों के लिए 76 बिस्तरों वाले भवन का निर्माण जिसमें अलग रहने की सुविधा तथा खाने के लिए मेस की सुविधा शामिल है ताकि दूर से आने वाले छात्र आश्रमशाला में अध्ययन कर सकें। इसके अलावा 15वें वित्त आयोग से पानी की सुविधा के लिए 5 लाख रुपए, आश्रमशाला के फर्नीचर के लिए स्टाम्प शुल्क की राशि में से 4 लाख और स्वयं के कोष से 14-14 लाख रुपए की लागत से गढ़ी व गिरनाला आश्रम स्कूल में सोलार पैनल, गडी में स्टाफ क्वार्टरों के रिनोवेशन और गिरनाला में मेस के रिनोवेशन पर खर्च किए गए।
कपराडा तालुका के गिरनाला गांव की आश्रमशाला के नवनिर्माण हेतु 50 लाख रुपए 15वें वित्त आयोग और 50 लाख रुपए पीडीलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड मुंबई के सीएसआर फंड से आवंटित किया गया था। गिरनाला आश्रमशाला में वर्तमान में अध्ययनरत 143 विद्यार्थियों के लिए विद्यालय भवन में कुल 8 क्लास रूम, स्टाफ कार्यालय एवं प्रिसिंपल कार्यालय भवन का निर्माण किया गया है। साथ ही बालकों के लिए 76 बिस्तरों और लड़कियों के लिए 76 बिस्तरों तथा शिक्षकों के लिए 3 स्टाफ क्वार्टरों का भवन भी बनाया गया है ताकि दूर से आने वाले छात्र आश्रमशाला में अध्ययन कर सकें। जिसमें पानी की सुविधा के लिए 15वीं वित्त आयोग से 25 लाख और आश्रमशाला के फर्नीचर के लिए स्टांप शुल्क राशि से 4 लाख रुपये आवंटित किए गए थे।
मंत्री कनुभाई देसाई का स्वागत नृत्य और संगीत से किया गया, जो आदिवासी लोक संस्कृति की पहचान है। पूरे कार्यक्रम का संचालन डॉ खुशाली भंडारी ने किया। इस कार्यक्रम में चल रही बारिश से बचने के लिए एक टिकाऊ मंडप बनाई गई थी।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्षा अल्काबेन शाह, धरमपुर तालुका पंचायत अध्यक्षा रामिलाबेन गावित, धरमपुर विधायक अरविंदभाई पटेल, कपराडा विधायक जीतूभाई चौधरी, वापी की पीडीलाइट कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस प्रमुख गिरीश छबलानी और गुजरात थेमिस बायोसीन निदेशक रजनीश आनंद, जिला विकास अधिकारी मनीष गुरवानी, उप जिला विकास अधिकारी और जिला ग्राम विकास अभिकरण के प्रभारी निदेशक अंकित गोहिल, धरमपुर कपराडा प्रांत अधिकारी केतुल इटालिया, धरमपुर के मामलातदार फ्रांसिस वसावा, जिला संगठन के अध्यक्ष हेमंत कंसारा, जिला संगठन के महासचिव महेंद्र चौधरी, गडी गांव के सरपंच कमुबेन भोया, गिरनाला ग्राम सरपंच रेखाबेन गांवठा एवं जिला पंचायत के सामाजिक न्याय समिति के पूर्व अध्यक्ष जिनाभाई पवार सहित बड़ी संख्या में छात्र एवं ग्रामीण उपस्थित थे।