मैंगो होटल के मालिक शैलेशभाई द्वारा चलाए जा रहे जुगार के अवैध धंधे में तलासरी पुलिस का क्या है रोल ? पूछ रही है जनता,
स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
तलासरी । गुजरात व दमण के बाद अब तलासरी पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में चल रहा है अवैध रूप से जुगार का धंधा। वैसे देखा जाये तो गुजरात और महाराष्ट्र में जुगार के अड्डों की भरमार है। अखबारों में बार बार खबरें प्रकाशित होने के बाद भी पुलिस प्रशासन कर्तव्यविमूढ़ है। ऐसा लगता है कि पुलिस प्रशासन भी जानकर अनजान बनने की कोशिश कर रही है। मटके और जुगार के धंधों के मामले में पुलिस प्रशासन की कर्तव्यविमूढ़ता ये दर्शाता है कि कानून व्यवस्था का जुगार माफियाओं द्वारा कितना मजाक उड़ाया जा रहा है। और जुगार जैसे अवैध धंधा करने वालों पर कोई भी कार्रवाही नहीं हो रही है। कार्यवाही वहीं होती है जहां – जहां से मलाई नहीं मिलती है। इस अवैध धंधों के कारण कितने परिवार बर्बाद हो रहे हैं परंतु न ही सरकार को इसकी चिंता है और न ही पुलिस प्रशासन को। सामाजिक संगठनों व जागरूक नागरिकों का कहना है कि शिकायत के बावजूद पुलिस के आला अधिकारी और महाराष्ट्र सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा जुगार क्लब एवं झट-पट लाटरी पर प्रतिबन्ध लगाई है, परंतु इसके बावजूद महाराष्ट्र के तलासरी स्थित मैंगो होटल में अवैध रूप से जुगार का धंधा चलाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार तलासरी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में सह्याद्रि होटल आगे एचपी पेट्रोल पंप के पास मैंगो होटल मालिक शैलेशभाई की दिशानिर्देश में और महेशभाई तथा फिरोज शौकत की देख रेख में जुगार का धंधा चलाया जा रहा है। इस जुगार के अड्डे पर वलसाड, वापी, दमन और महाराष्ट्र से जुगारी जुगार खेलने के लिए आते हैं। अब सवाल यह है कि इतने बड़े पैमाने पर जुगार का अड्डा चलाया जा रहा है, क्या तलासरी पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है ? अगर जानकारी है भी तो जुगार का धंधा अभी तक क्यों चल रहा है ?