वापी में वित्त मंत्री श्री कनुभाई देसाई की अध्यक्षता में बैंक ऑफ इंडिया का 117वां स्थापना दिवस मनाया गया.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) देश की रीढ़ हैं- वित्त मंत्री श्री कनुभाई
वलसाड /वापी। बैंक ऑफ इंडिया के 117वें स्थापना दिवस के अवसर पर बैंक की वापी इंडस्ट्रियल एस्टेट शाखा ने ऐतिहासिक रूप से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र में ग्राहकों का समर्थन करने के लिए आउटरीच कार्यक्रम वित्त, ऊर्जा और पेट्रोरसायन राज्य मंत्री श्री कनुभाई देसाई ने की अध्यक्षता में आयोजित की गई. इस कार्यक्रम का उद्देश्य एमएसएमई के विकास, विस्तार और सुविधा को बढ़ाना है.
मंत्री कनुभाई देसाई ने एमएसएमई को देश की रीढ़ बताया और कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के मेक इन इंडिया के विजन को एमएसएमई के विकास के बिना साकार नहीं किया जा सकता है. देश के विकास में एमएसएमई सेक्टर का बड़ा हिस्सा है. इस अवसर पर मंत्री जी के हाथों बैंक ऑफ इंडिया के एमएसएमई के खाताधारकों को सेक्शन पत्र दिए गए और मंत्री जी ने उनकी प्रगति की कामना की.
बैंक ऑफ इंडिया के जोनल मैनेजर श्री अजय कडु ने बैंक आफ इंडिया के विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि बैंक देश और प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है. इस कार्यक्रम में बैंक के 60 से अधिक व्यवसायियों ने भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया. वर्तमान उद्योगपतियों ने बैंक ऑफ इंडिया और उसके लिए दिए गए सहयोग की भी सराहना की. और बैंक तथा उच्च अधिकारियों को धन्यवाद दिया. कार्यक्रम का समापन बैंक के सूरत स्थित एसएमईसीसी के अध्यक्ष व सहायक महाप्रबंधक श्री आशीष झा ने किया.