स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वलसाड। वलसाड जिला के पारडी तालुका के उदवाड़ा में एक मनोरोगी महिला की मदद करने की भावना से एक सेवाभावी महिला ने 181 हेल्पलाइन पर कॉल किया। लिहाजा वलसाड अभयम रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। जिसमें पता चला कि 55 वर्षीय अज्ञात महिला अपना मानसिक संतुलन खो देने के कारण लोगों पर पथराव कर रही थी। कुछ लड़के उसे रोकने के लिए पीछे दौड़े कि इतने में सहमी अधेड़ अनजान महिला एक सेवाभावी महिला के घर जा कर बैठ गई। सेवाभावी महिला ने अधेड़ उम्र की महिला से उसका नाम पूछा, लेकिन उसकी भाषा न समझ पाने पर अभयम की टीम ने मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को सांत्वना देते हुए उससे शांति से संवाद करने की कोशिश की, जिसमें उसने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद को अपना निवास स्थान बताया। इसके बाद परिवार के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया, परंतु मानसिक असंतुलन के कारण अधेड़ महिला जवाब नहीं दे पाई।
लिहाजा अभयम की टीम ने इस महिला को सखी वन स्टॉप सेंटर में शरण देने के इरादे से वहां से रवाना हुई तो रास्ते में उदवाड़ा गेट के पास ट्रैफिक पुलिस का जवान खड़े थे। उन्हें इस अधेड़ उम्र की महिला के बारे में जानकारी देते हुए अभयम की टीम ने कहा कि यदि इस महिला का कोई भी परिवार मिलता है तो अभयम या सखी वन स्टॉप सेंटर से संपर्क करने को कहें। यह बातचीत चल ही रही थी कि एक व्यक्ति वहां पहुंचा और कहा कि दो भाई पिछले 2 दिनों से माजी को ढूंढ रहे हैं, इसलिए 181 अभयम ने उस व्यक्ति को फोन किया, और मनोरोगी महिला का बेटा वहां पहुंचा। उसके बाद महिला के पति को भी बुला लिया गया। जिसने बताया कि वह अपने परिवार के साथ बगवाड़ा टोलनाका के पास पुल पर काम कर रहा था। उसकी पत्नी दो महीने पहले यूपी से यहां आई थी और रात में घर से चली गई थी। वहीं 181 टीम ने महिला के आधार कार्ड सहित अन्य साक्ष्य तथा पति के साक्ष्य से मिलान किया और सबूत सही पाए जाने के बाद महिला की कस्टडी उसके परिवार को सौंप दी गई। उन्होंने अभयम टीम को धन्यवाद दिया क्योंकि परिवार भी महिला की तलाश कर रहा था। अभयम ने महिला से उचित इलाज और देखभाल कराने का अनुरोध भी किया।
गौरतलब है कि मानसिक रूप से बीमार महिला को ढूंढ़कर परिवार को सौंपना या सुरक्षित आश्रय देना बहुत ही मुश्किल काम है, लेकिन अभयम की टीम मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं को सहायता प्रदान कर मानवता की महक फैला रही है.