स्टार मीडिया न्यूज ब्यूरो,
वापी। उमरगांव तालुका में बहुत समय से भ्रष्टाचार में लिप्त तहसीलदार अमित जनकभाई झड़फिया को एसीबी की टीम ने एक जागरूक नागरिक की शिकायत पर पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरप्तार किया था। वलसाड एसीबी द्वारा गिरफ्तार आरोपी मामलतदार को 5 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए वापी की स्पेशल कोर्ट में हाजिर किया गया। जहां पर सुनवाई के दौरान डीजीपी अनिल त्रिपाठी के दलीलों को स्वीकार करते हुए वापी कोर्ट के स्पेशल जज श्री एम पी पुरोहित ने आरोपी तहसीलदार को 26-5-2023 के दिन दोपहर 16.00 बजे तक पुलिस कस्टडी रिमांड पर सौंपने का आदेश दे दिया।
गौरतलब है कि वलसाड जिला के उमरगांव तालुका के तहसील कार्यालय में 23-5-2023 की शाम को एसीबी की टीम ने 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ तहसीलदार अमित जनकभाई झड़फिया को गिरफ्तार किया था। तहसीलदार के पकड़े जाने पर वलसाड जिला में हड़कंप मच गया। उमरगांव तालुका के तहसीलदार कार्यालय में एक जमीन की वारिसदारी करने के लिए अर्जी दी गई थी। इस जमीन पर थर्ड पार्टी का भी दावा चल रहा था। जिसकी वजह से इस जमीन को लेकर दोनों पार्टियों में विवाद चल रहा था। इसी का फायदा उठाकर तहसीलदार अमित जनकभाई झड़फिया ने फरियादी को उसके हक में फैसला सुनाने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की थी। परंतु फरियादी 5 लाख रुपए की रिश्वत नहीं देना चाहता था। जिसके कारण फरियादी ने एसीबी के अधिकारीयों से संपर्क किया और पूरी जानकारी उन्हें दे दी। जिसके बाद एसीबी अधिकारी आर के सोलंकी, सूरत ग्रामीण एसीबी पुलिस इंस्पेक्टर और स्टाफ सहित सुपरविजन अधिकारी आर आर चौधरी तथा सूरत एसीबी के अधिकारियों ने जाल बिछाकर आरोपी तहसीलदार अमित जनकभाई झड़फिया को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरप्तार कर लिया ।