घटस्थापना विधि व मुहूर्त–
इस बार कार्तिकी नवरात्रि 26 सितंबर से 5 अक्टूबर तक रहेगी। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए। कलश या घट स्थापना के लिए मिट्टी के पात्र में खेत की स्वच्छ मिट्टी की एक परत डालें और उसमें सात प्रकार के अनाज बोएं। कुछ लोग केवल जौ ही बोते हैं। व्रत का संकल्प लेकर अब ईशान कोण में पूजा की चौकी लगाएं और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं और चौकी मां दुर्गा की फोटो की स्थापना करें। इसके बाद मिट्टी या तांबे के कलश में गंगाजल, अक्षत, दूर्वा, सिक्का, सुपारी, डालें। कलश पर मौली बांधें और इसमें आम के 5 पत्ते लगाएं। कलश के ऊपर से अब लाल चुनरी से बंधा हुआ जटा वाला नारियल रख दें। नारियल को भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है, साथ ही इसमें त्रिदेव का भी वास होता है। कलश पर रोली से स्वास्तिक बनाएं। अब कलश और जौ वाले पात्र को मां दुर्गा की फोटो के आगे स्थापित कर दें।
घटस्थापना मुहूर्त
26 सितंबर प्रातः 06.11 से प्रातः 07.51 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:54 से दोपहर 12:42 तक
अजय भट्टाचार्य
संपादक : भजन कीर्तन