विदेशी मुद्रा निर्यात में गुजरात नंबर वन, सभी राज्यों को पीछे छोड़ा।
कृष्ण कुमार मिश्र,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक मोर्चे की प्रबल नीतियों और प्रदेश की नीतियों नेतृत्व में गुजरात प्रदेश लगातार अपने विदेशी मुद्रा कोष में इजाफा कर रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार प्रदेश में वर्तमान और भविष्य में भी विदेशी मुद्रा कोष अर्जित करने में प्रथम क्रमांक पर रहेगा।
गौरतलब है की निर्यात करके विदेशी मुद्रा अर्जित करने के मामले में गुजरात देश मे पहले नम्बर है। पिछले वर्ष यहां $176 बिलियन डालर के विभिन्न आइटमों का निर्यात हुआ है। इसमें हीरे जवाहरात के आभूषण मुख्य रूप से है। खाद्य सामग्रियों में आचार, पापड़, नमकीन, बाजरे से निर्मित बिस्कुट व रोटियां तथा नीलम ,आम इत्यादि सम्मिलित है. अब गांधीनगर के नजदीक वेदांता ग्रुप द्वारा लगाए जा रहे सेमीकंडक्टर यूनिट जो की $20 बिलियन डालर की धनराशि से लगाई जा रही है जो अगले चार वर्षों के उपरांत सेमीकंडक्टर से ही लगभग $ 150 बिलियन से अधिक का निर्यात होगा। अतः कई अर्थ विशेषज्ञों को यह कहने में कोई गुरेज नहीं है की मुद्रा अर्जित करने के मामले में गुजरात आज भी प्रथम है, आने वाले समय में भी प्रथम ही रहेगा।
गुजरात के बाद महाराष्ट्र से $71 बिलियन डॉलर, तमिलनाडु से $23 बिलियन डालर, उत्तरप्रदेश से $21 बिलियन डालर की सामग्रियों का निर्यात होता है. इस प्रकार भविष्य में सम्भावनाये प्रबल हैं.
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