स्टार मीडिया न्यूज, भायंदर। भायंदर की नवघर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आंध्र प्रदेश राज्य के विशाखापट्टनम शहर में रहने वाला शिकायतकर्ता सिरकी मानसा ऑनलाइन नौकरी की तलाश कर रहा था, चैटिंग के दौरान उसकी पहचान एक अजनबी व्यक्ति से हुई। उसने सिरकी को अच्छी नौकरी दिलाने की बात की। नौकरी दिलाने की लालच देकर उसने सिरसी से फर्जी लिंक पर 13 लाख रुपए मंगा लिए। पैसे देने के बाद भी जब सिरसी को नौकरी नहीं मिली तो उसने 13 अक्टूबर को विशाखापट्टनम के साइबर पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। साइबर पुलिस ने कई धाराओं में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस द्वारा की गई जांच से पता चला कि ठगी गई रकम विरार के एस बैंक शाखा से निकाली गई है। जांच से पता चला कि पैसा निकालने वाले व्यक्ति के मोबाइल नंबर का लिंक नवघर पुलिस स्टेशन की हद से जुड़ा हुआ है।
परिमंडल क्रमांक 1 के पुलिस उपायुक्त जयंत बजबले तथा नवघर विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त डॉ शशिकांत भोसले के मार्गदर्शन में तथा नवघर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मिलिंद देसाई के निर्देशन में क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक प्रकाश मासाल, सहायक पुलिस निरीक्षक योगेश काले, पुलिस उपनिरीक्षक अभिजीत लांडे तथा अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने गोपनीय व तांत्रिक संसाधनों की मदद से सुमन शहा, शुभम नरेंद्र सिंह, दीपक सरगरा, रणवीर चौहान, मिट्ठूला जाट तथा विकास वशिता नामक आरोपियों को धर दबोचा। जांच से पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों ने 50 हजार से 2 लाख रुपए फर्जी कागजात के सहारे अलग-अलग बैंकों में जमा किया है। पुलिस ने इस गिरोह के पास से अलग-अलग कंपनियों के 30 मोबाइल फोन, 5 इंटरनेट राउटर, 69 सिमकार्ड, 56 रबर स्टैंप , अलग-अलग बैंकों के 26 एटीएम कार्ड अर्थात कुल मिलाकर करीब पांच लाख रुपए मूल्य के सामान जप्त किया है। पता चला है कि यह गिरोह अनेक लोगों को अपने जाल में फंसा कर शिकार किया है। आगे की जांच विशाखापट्टनम की साइबर सेल पुलिस कर रही है।